बक्सर: इलाहाबाद से बिहटा जाने के दौरान बुधवार की शाम भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के हेलीकाप्टर चिनूक (Indian Airforce Helicopter Chinook) में तकनीकी खराबी आ गई थी. जिसके बाद बक्सर जिले के राजपुर प्रखण्ड के मानिकपुर हाई स्कूल में इसकी इमरजेंसी लैंडिंग (Emergency Landing) करानी पड़ी थी. चिनूक को दुरुस्त करने के लिए 24 घंटे से इंजीनियरों की टीम लगी है. वहीं, शुक्रवार को चिनूक हेलीकॉप्टर को कीचड़ से निकालने की तमाम कोशिशें की गईं लेकिन नाकाम साबित हुईं.
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इंजीनियरों की टीम पिछले 24 घंटे से चिनूक को दुरूस्त में जुटी है. वहीं देसी जुगाड़ के सहारे चिनूक को कीचड़ निकालने की कोशिश की गई लेकिन वह भी फेल साबित हुई. ओसामा बिन लादेन को मौत के घाट उतारने वाले चिनूक को कीचड़ से निकालने के लिए वायु सेना के इंजीनियरों ने स्थानीय लोगों के सहयोग से 4 ट्रैक्टरों को लगाया. इस विशालकाय हेलीकॉप्टर को कीचड़ से खींचकर बाहर निकालने के लिए घंटों प्रयास किया गया लेकिन यह 1 इंच भी नहीं हिला.
वहीं, चिनूक हेलीकॉप्टर को टेकऑफ कराने के लिए देसी हेलीकॉप्टर चेतक तमाम उपकरणों को लेकर जिले के राजपुर प्रखण्ड अंतर्गत मानिकपुर हाई स्कूल के मैदान में पहुंचा. उसके बाद भी चिनूक हेलीकॉप्टर को टेकऑफ कराने में सफलता नहीं मिली. इसके बाद ग्राउंड के दलदल को दूर करने के लिए फील्ड के घासों की कटाई कर ईंट की शोलिंग करने की तैयारी चल रही है. वहीं जिले के राजपुर प्रखंड के मानिकपुर हाई स्कूल में उपस्थित वायु सेना के अधिकारी इस पूरे मामले पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारी सेना से जुड़े होने के कारण इस मामले पर खामोश हैं.
तीन दिन पहले बुधवार की शाम इलाहाबाद से बिहटा जाने के दौरान भारतीय वायु सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर जैसे ही बक्सर की सीमा में प्रवेश किया, हेलीकॉप्टर के पंखे से चिंगारी निकलनी शुरू हो गयी. आनन-फानन में जिले के राजपुर प्रखण्ड के मानिकपुर हाई स्कूल के कैम्पस में आपातकालीन लैंडिंग कराई गई थी. अधिक कीचड़ और जल जमाव होने के कारण हेलीकॉप्टर का पहिया जमीन में धंस गया है.
वहीं, हेलीकॉप्टर में सवार सभी भारतीय वायु सेना के 20 अधिकारी और कर्मी सुरक्षित बाहर निकल गए थे. जिसके बाद वायु सेना के इंजीनियरों के द्वारा हेलीकॉप्टर को टेकऑफ कराने की कोशिश की जा रही है. लेकिन 3 दिन गुजर जाने के बाद भी जब सफलता नहीं मिली तो शुक्रवार को देसी जुगाड़ के सहारे हेलीकॉप्टर को कीचड़ से निकालने की कोशिश की गई लेकिन वह विफल साबित हुई.