बक्सर: जिले के डुमरांव में बीएमपी 4 के दारोगा का अश्लील ऑडियो वायरल होने के मामले में आरोपित दारोगा को पुलिस ने व्यवहार न्यायालय में पेश किया. इस दौरान आरोपी एसआई ने खुद पर लगे सभी आरोपों से इनकार किया और खुद को निर्दोष करार दिया. आरोपी ने कहा कि साजिश के तहत विभाग के कुछ लोगों ने उसे फंसाया है. फिलहाल कोर्ट ने आरोपी एसआई को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
अश्लील ऑडियो वायरल मामले में आरोपी दारोगा कोर्ट में पेश, भेजा गया 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में - court sent to 14days judicial custody
ऑडियो वायरल मामले में पेशी के बाद आरोपी दारोगा सत्येंद्र प्रसाद ने सफाई देते हुए कहा कि मैं बीएमपी 4 में परिवहन पदाधिकारी के पद पर तैनात था. मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है. जो ऑडियो वायरल हुआ है उसमें मेरी आवाज ही नहीं है.
दारोगा सत्येंद्र प्रसाद का आरोपों से इनकार
ऑडियो वायरल मामले में पेशी के बाद आरोपी दारोगा सत्येंद्र प्रसाद ने सफाई देते हुए कहा कि मैं बीएमपी 4 में परिवहन पदाधिकारी के पद पर तैनात था. मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है. जो ऑडियो वायरल हुआ है उसमें मेरी आवाज ही नहीं है. एसआई ने पीड़िता सिपाही पर पलटवार करते हुए कहा कि जिसने मुझपर यह आरोप लगाया है, वह पहले भी ट्रेनिंग के दौरान एक और पदाधिकारी पर इस तरह के आरोप लगा चुकी है.
14 दिनों की न्यायिक हिरासत
व्यवहार न्यायलय के एपीपी शिवकुमार राम ने बताया कि, गिरफ्तार बीएमपी 4 के एसआई पर विभाग की ही महिला सिपाही ने मानसिक प्रताड़ना और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. इस सिलसिले में डुमराव थाने में एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया गया था. फिलहाल कोर्ट ने आरोपी एसआई को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है.