बक्सरःलॉकडाउन समाप्त होने के बाद से ही जिले के अलग-अलग प्रखंडों से कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. इसके कारण आम लोगों से लेकर सरकारी कार्यालय में काम करने वाले सरकारी कर्मी भी दहशत में है. समाहरणालय के विभागीय कार्यालय में बेवजह लोगों के इंट्री पर रोक लगा दी गई है. कार्यालय के बाहर अनाधिकृत प्रवेश वर्जित का बोर्ड लगाकर जरूरी कामों को निपटाया जा रहा है.
जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्र से फिर 17 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. जिला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अबतक 6 हजार 162 मरीजों की कोरोना जांच कराई गई है, जिसमें से 5 हजार 392 रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्राप्त हो चुकी है. जिले में अबतक 274 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि, 228 मरीज ठीक होकर वापस अपने घर आ चुके हैं. वहीं, 46 लोगों का इलाज जारी है. दूसरी तरफ जिला प्रशासन के अधिकारी 770 रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.
बेवजह आने वालों को रोकने का उपाए
वहीं, समाहरणालय में विभाग के बाहर अनाधिकृत प्रवेश वर्जित का बोर्ड लगाया गया है. समाहरणालय कर्मी संजय त्रिपाठी ने बताया कि पिछले तीन सप्ताह से लगातार कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. जिससे समाहरणालय भी अछूता नहीं रहा. बेवजह लोग आकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं. इसी कारण बोर्ड लगाया गया है, ताकि बिना काम के लोग समाहरणालय या विभाग में न आएं.
जिले में बेकाबू हो रहा कोरोना
जिले में बेकाबू हो रहे कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए जिलाधिकारी अमन समीर और पुलिस कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा ने पहले से ही लोगों को जागरूक करने के लिए रोको-टोको अभियान, मास्क पहनो अभियान चलाया थ, लेकिन अनलॉक होने के बाद लोगों ने न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और ना ही मास्क पहनना जरूरी समझा. जिसके बाद प्रशासन ने मास्क नहीं पहनने वालों से 50 रुपए जुर्माना वसूलना शुरू किया है. हालांकि, तबतक लापरवाही के कारण कोरोना की जद में दर्जनों नेता और सरकारी कर्मी आ गए. जिसे देखते हुए प्रशासन ने जिले में 10 जुलाई से 12 जुलाई तक लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है.