औरंगाबाद: जिले के दाउदनगर अनुमंडल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बालिकाओं के लिये चलाये गये साइकिल योजना का लाभ ग्रामीण क्षेत्रों तक देखने को मिल रहा है. पैसा निकालने के लिये परमजीत कौर नाम की युवती दाउदनगर प्रखंड के सुदुरवर्ती गांव चौरी से करीब 20 किलोमीटर दूरी तक अपनी वृद्ध मां को साइकिल पर बिठाकर दाउदनगर के डाकघर पहुंच गई.
गौरतलब है कि युवती परमजीत कौर अपनी वृद्ध मां भूचन कुंअर को साइकिल पर बिठाकर दाउदनगर मौलाबाग स्थित मुख्य डाकघर पहुंची. जानकारी के अभाव में दोनों औरंगाबाद रोड में चले गये. फिर, रास्ता भटकने की बात पता चलने पर भखरुआ बाजार रोड होते हुये दोनों मां बेटी साइकिल से डाकघर पहुंचीं.
साइकिल से डाकघर पहुंची मां-बेटी डाकघर से पैसे निकालने साइकिल से पहुंची
युवती ने बताया कि वह छत्तीसगढ़ में रहती है और अपने मायके आई हुई है. वृद्ध मां को डाकघर से पैसा निकलवाने के लिये साइकिल से घर से निकली थी और करीब ढाई घंटे साइकिल चलाते हुये दाउदनगर तक पहुंची हैं. बता दें कि साइकिल चलाकर बालिकायें ग्रामीण क्षेत्रों से दूर तक जाकर शिक्षा ग्रहण कर रही हैं तो वहीं, लॉकडाउन के दौरान रोजमर्रा की जरुरतों को पूरा करने सामानों की खरीदारी करने तक बाजार तक पहुंच रही हैं.
बड़ा पंचायत है चौरी
दाउदनगर प्रखंड का चौरी पंचायत होने के साथ-साथ बड़ा गांव भी है, जहां की आबादी काफी अधिक है. यहां के लोगों को बैंक संबंधित कार्य के लिये दाउदनगर या हसपुरा जाना पड़ता है. इसलिए चौरी में भी किसी बैंक की शाखा खोले जाने की आवश्यकता है. अभी वर्तमान में एक ग्राहक सेवा केंद्र है, जिस पर भी काफी भीड़ होती है.