औरंगाबाद:जिले में निगरानी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ओबरा प्रखंड के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अंकेश पासवान को 35 हज़ार घुस लेते रंगेहाथों धर दबोचा है. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह ने बताया कि व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनीस कुमार ने आवेदन दिया था. जिसकी पुष्टि के बाद यह कार्रवाई की गयी. जिसमें ओबरा बीसीओ को 35 हज़ार की रकम बतौर घुस लेते पकड़ा गया है.
औरंगाबाद: निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई, अफसर को 35 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा
जिले में निगरानी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ओबरा प्रखंड के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अंकेश पासवान को 35 हज़ार घुस लेते रंगेहाथों धर दबोचा. प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी ने व्यापार मंडल के अध्यक्ष से बकाया बैंक भुगतान राशि को लेकर 40 हजार का घूस मांगा था.
बताया जा रहा है कि ओबरा के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी द्वारा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनिस कुमार से बैंक से भुगतान को लेकर 40 हजार रूपए रिश्वत मांगा गया था. वहीं, अनिस कुमार ने 35 हजार बतौर रिश्वत अदायगी की बात कही. डील फाइनल होने के बाद व्यापार मंडल अध्यक्ष ने इस बाबत सारी जानकारी विजिलेंस विभाग को दी. विभाग ने व्यापार मंडल के लिखित शिकायत दर्ज किए जाने के बाद विजिलेंस की विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी सर्वेश कुमार (विजिलेंस) के नेतृत्व में टीम गठित कर कार्रवाई करते हुए प्रखंड सहायक पदाधिकारी को गिरफ्तार कर पटना की तरफ रवाना हो गई.
वहीं, इस मामले में पटना निगरानी डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह बताया कि बकाया पैसों की निकासी को लेकर व्यापार मंडल अध्यक्ष से 40 हज़ार की घुस मांगी गयी थी. लेकिन मामला 35 हज़ार पर तय हुआ था. जिसे आज दिया जाना था. हालांकि, गिरफ्तार बीसीओ ने इसे अपने खिलाफ एक सडयंत्र बताया है. कहा कि मेरी बात नहीं मानी तो मुझे इस तरह फंसा दिया गया.