औरंगाबाद:जिला व्यवहार न्यायालय में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए जिला जज शिवपाल के नेतृत्व में न्यायिक अधिकारियों ने निरीक्षण किया. इस दौरान बेवजह कोर्ट परिसर में खड़े लोगों को बाहर निकालने का निर्देश दिया गया.
कोरोना का खौफ: वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई कैदियों की पेशी
कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बंदियों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई. वहीं, इस दौरान कम से कम लोगों को कोर्ट में प्रवेश करने के लिए कहा गया.
90 प्रतिशत मामलों को मिली अगली तिथि
वहीं, कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला जज शिव गोपाल मिश्र की अध्यक्षता में एक बैठक कर लगभग 90 प्रतिशत मामले में आगे की तिथि दे दी गई है. साथ ही 31मार्च तक कोर्ट में कम से कम लोगों को आने के लिए कहा गया. इस दौरान केवल जरूरी मामले में ही सुनवाई की जा रही है.
वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई कैदियों की पेशी
इसे देखते हुए औरंगाबाद सेशन कोर्ट में करीब 45 बंदियों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई, जबकि मजिस्ट्रेट कोर्ट में 34 कैदियों की पेशी हुई. वहीं, औरंगाबाद में 28 दाउदनगर में 6 कैदियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश किया गया. इस बारे में जिले के व्यवहार न्यायालय एडीजे वन संजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कैदियों की पेशी हुई है. इस आशय का आदेश पूर्व से जेल प्रशासन को दे दिया गया था.