औरंगाबाद: जिले के नबीनगर प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित टंडवा में छापेमारी करने गई एसएसबी की टीम ने ग्रामीणों के चंगुल से हिरण को मुक्त कराया. जिसके बाद उसे वन विभाग को सौंप दिया गया.
औरंगाबाद: नक्सल प्रभावित गावों में छापेमारी करने गई SSB ने हिरण को कराया मुक्त - एसएसबी
बिहार-झारखंड के सीमावर्ती जंगली क्षेत्रों में एसएसबी 29 वीं वाहिनी कालापहाड़ के असिस्टेंट कमांडेंट अभिषेक कुमार के नेतृत्व में नक्सलियों की खोज में छापेमारी चल रही थी. छापेमारी के दौरान सूचना के बाद हिरण को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराया गया.
गौरतलब है कि, नक्सलियों के खिलाफ एसएसबी कालापहाड़ की टीम के द्वारा फुलवरिया, नागाड़ी, बेलदास, पिपरा बगाही गांवो में छापेमारी की गई. छापेमारी के क्रम में बेलदास गांव में खाने एवं पानी की तालाश में कोसिला जंगल से भटक कर गांव पहुंचे. हिरण को ग्रामीणो ने घेरकर रखा था. एसएसबी 29 वीं वाहिनी कालापहाड़ की टीम के द्वारा ग्रामीणों के चुंगल से हिरण को सकुशल छुड़ाते हुए पंचायत भवन में ले जाकर रखा गया और उसकी सूचना वन विभाग की टीम को दी गई.
एसएसबी टीम की हो रही प्रशंसा
एसएसबी कालापहाड़ की टीम की सूचना पर गांव पहुंचे वन विभाग की टीम के द्वारा हिरण का स्वास्थ्य परीक्षण कर उसे वापस जंगल में छोड़ दिया गया. औरंगाबाद जिले के एसएसबी असिस्टेंट कमांडेंट अभिषेक कुमार ने बताया कि एसएसबी की टीम नक्सल विरोधी अभियान, जन कल्याणकारी कार्यों के अलावा जिले में वन्य जीव संरक्षण में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है. वहीं, एसएसबी की टीम के द्वारा किए गए कार्यों की गया के कमांडेंट राजेश कुमार सिंह एवं औरंगाबाद एसपी दीपक वर्णवाल ने प्रशंसा की है. एसपी दीपक वर्णवाल ने कहा कि एसएसबी की टीम के द्वारा नक्सल विरोधी अभियान के अलावा जनकल्याणकारी कार्यों में भी काफी योगदान रहता है.