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Umangeshwari Festival 2023: दो दिवसीय उमंगेश्वरी महोत्सव का आज दूसरा दिन - ईटीवी भारत बिहार

औरंगाबाद में दो दिवसीय उमंगेश्वरी महोत्सव का आज दूसरा दिन है. पहले दिन कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. पार्श्व गायिका पूर्णिमा श्रेष्ठ ने अपने गीतों से दर्शनों को मन मोह लिया. वहीं स्थानीय कलाकारों ने भी अपना जलवा बिखेरा. इस दौरान स्थानीय बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह भी मौजूद रहे.

उमंगेश्वरी महोत्सव 2023
उमंगेश्वरी महोत्सव 2023

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Published : Feb 18, 2023, 7:17 AM IST

औरंगाबाद:बिहार सरकार के पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में औरंगाबाद में उमंगेश्वरी महोत्सव 2023 (Umangeshwari Festival 2023) का आयोजन किया जा रहा है. यह कार्यक्रम जिले के मदनपुर प्रखंड के उमगा में हो रहा है. उमंगेश्वरी महोत्सव एक राजकीय महोत्सव है. आयोजन के दौरान लोकप्रिय गायिका पूजा चटर्जी और लोकप्रिय पार्श्व गायिका पूर्णिमा श्रेष्ठ के द्वारा भी अपनी कला का प्रदर्शन किया है. उमंगेश्वरी महोत्सव के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल के माध्यम से विभाग द्वारा क्रियान्वित योजनाओं और उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है.

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दो दिवसीय उमंगेश्वरी महोत्सव का आज दूसरा दिन:जिला कार्यक्रम पदाधिकारी दयाशंकर सिंह ने बताया कि पहले दिन पेंटिंग और मेहंदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में जिले के अलग-अलग प्रखंडों के स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. वहीं इस कार्यक्रम के को-ऑर्डिनेटर डॉ. निंरजय कुमार ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जूनियर समूह की कक्षा नौवीं से लेकर 12वीं तक स्टूडेंट्स और सीनियर समूह में ग्रेजुएशन फर्स्ट ईयर और इसके ऊपर के छात्र-छात्राओं को रखा गया था.

कहां है उमंगेश्वरी मंदिर?: माना जाता है कि उमंगेश्वरी की पूजा-आराधना से 52 शक्तिपीठों की पूजा का पुण्य मिलता है. यह औरंगाबाद से 30 किलीमीटर दूर उमगा पहाड़ पर स्थित है. माता उमंगेश्वरी महिषासुर मर्दिनी स्वरूप में है. खास बात यह है कि उतनी ऊंचाई पर होने के बावजूद भी सालों पर यहां पानी जमा रहता है. यह धरातल से 100 फीट की ऊंचाई पर स्थापित है, मंदिर लगभग 90 फीट ऊंची है.वहीं माता की पूजा सरस्वती के रूर में वसंच पंचमी पर किया जाता है. चूकि उमगा पहाड़ पर छोटे आकार का एक कुंड बना हुआ है, लिहाजा लोग इसे अमर कुंड के नाम से भी जानते हैं.

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