औरंगाबाद:जिले के रफीगंज प्रखंड अंतर्गत पौथू गांव के हाई स्कूल में बने क्वारंटीन कैंप में रह रहे प्रवासी मजदूरों की तीसरी बार थर्मल स्क्रीनिंग की गई. कुल 174 लोगों की स्क्रीनिंग के दौरान किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए.
'प्रवासी मजदूर नहीं, श्रम वीर'
मौके पर मौजूद मुखिया प्रतिनिधि और पैक्स अध्यक्ष शंभू भारती ने बताया कि इन्हें प्रवासी मजदूर कहना गलत होगा. इन श्रम वीरों की मदद से ही देश में बड़ी-बड़ी इमारतें, पुल, राजमार्ग और फैक्ट्रियों के निर्माण हुए हैं. अतः इन्हें श्रम वीर कहना ज्यादा उचित होगा ना कि प्रवासी मजदूर. उन्होंने सरकार से सभी मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार देने की मांग की.