औरंगाबाद:जिले के किसानों के हालात इस समय ठीक नहीं हैं. पिछले 12 दिसंबर से हो रही लगातार बारिश के कारण किसानों के धान की फसल खेत में ही भींग गई है. भींगने के कारण धान की फसल फिर से अंकुरित होने लगी है. इससे किसान परेशान हैं.
औरंगाबाद: 4 दिनों की हुई बारिश ने तोड़ी किसानों की कमर, हजारों एकड़ की फसल प्रभावित - jal jiwan hariyali
किसानों का कहना है कि फसल के बारिश में भींगकर अंकुरित होने से बाजार में बेचना मुश्किल हो जाएगा. किसानों ने अपनी चिंता बताते हुए कहा कि लगभग हजारों एकड़ में धान की कटी फसल अभी भी खेत में ही है. जिसमें से 90 फीसदी फसल भींग चुकी है.
किसानों का कहना है कि फसल के बारिश में भींगकर अंकुरित होने से बाजार में बेचना मुश्किल हो जाएगा. किसानों ने अपनी चिंता बताते हुए कहा कि लगभग हजारों एकड़ में धान की कटी फसल अभी भी खेत में ही है. जिसमें से 90 फीसदी फसल भींग चुकी है. किसान डॉ. चन्दन कुमार ने कहा कि यह बारिश किसानों के लिए अभिशाप बनकर आयी है. इस बारिश के कारण फसलों को काफी नुकसान हुआ है. धान के बाद गेंहू की बुआई करनी थी जो कि इस बारिश से प्रभावित हुई है. वहीं, सरकारी स्तर पर मदद की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है.
किसानों के खराब फसल पर प्रशासन लेगा एक्शन
बारिश के कारण फसलों के हुए नुकसान के संबंध में जब ईटीवी भारत ने जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल से बात की तो उन्होंने बताया कि अभी वह 17 दिसंबर को होने वाले मुख्यमंत्री के जल जीवन हरियाली यात्रा की तैयारी में लगे हैं. सीएम का दौरा जैसे ही समाप्त होगा. तुरंत बाद ही क्षति हुई फसलों का सर्वे कराया जाएगा. किसानों की खराब हुई फसल पर प्रशासन का नजर है. जल्द ही इस पर एक्शन लिया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों की फसल बेचने में कोई समस्या नहीं आएगी. सहकारिता विभाग से इस संबंध में चर्चा करेंगे.