औरंगाबाद में सांसद सुशील सिंह का धरना औरंगाबाद:होली के दिन विवाद के तीन दिन बाद युवक की लाठी डंडे से पीटकर हत्या मामले में सांसद सुशील सिंह (MP Protest For Murder Of Youth In Aurangabad) ने परिजनों से मिलकर सड़क जाम कर धरना पर बैठ गये. शहर के बारुण थाना क्षेत्र में युवकों के होली पर्व में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. उसके तीन दिन बाद युवक की घेरकर हत्या कर दी गई. इस हत्या के विरोध में सांसद सुशील सिंह सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए.
ये भी पढे़ं- दो पक्षों की लड़ाई में बीच-बचाव करने गए युवक की लाठी-डंडे से पीटकर हत्या, एक अन्य घायल
"यदि समय पर यह कार्रवाई होती तब युवक की जान बचाई जा सकती थी. पुलिस ने इस घटना में मामला दर्ज होने के बाद भी निष्क्रियता दिखाई .जिसका नतीजा यह है कि चंदन की जान चली गई". - सुशील सिंह, सांसद, औरंगाबाद
सांसद ने उठाए सवाल:सांसद सुशील सिंह ने पुलिस के कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस की कार्रवाई समय रहते होती, तब उस युवक की जान बचाई जा सकती थी. पुलिस को इस घटना में काफी निष्क्रिय देखा गया. अनुमंडल पदाधिकारी विजयंत और सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी स्वीटी सहरावत ने सांसद और परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया और आक्रोशितों को मामले में कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम से हटा दिया.
होली के तीन दिन बाद मौत:बसडीहा गांव में होली के दिन घर में घुसे युवकों का विरोध करना युवक चंदन को भारी पड़ गया. घटना के 3 दिन बाद अपराधी किस्म के युवकों ने बाइक से औरंगाबाद जा रहे चंदन का पीछा किया. टेंगरा नहर के पास पकड़ लिया गया. उसे बुरी तरह से लाठी डंडों से पिटाई कर मार डाला. मृत युवक की पहचान नरारी कला थाना क्षेत्र के बसडीहा गांव निवासी चंदन कुमार के रूप में हुई है.
होली के दिन हुई थी घटना:मृतक के गांव के ही दुर्गा प्रजापति ने बताया कि 3 दिन पहले होली के दिन विकास कुमार नाम का युवक गांव में ही एक महिला के घर में घुसकर हंगामा कर रहा था. तभी महिला ने रिपोर्ट दर्ज करायी. जिसका ग्रामीण चंदन भी गवाह था. इसी बात की खुन्नस में राहुल, दिनेश और लूटन यादव, समेत कई लोगों ने चंदन का बाइक से पीछा कर लाठी डंडे से पीटकर मार डाला.
सांसद समेत कई लोगों ने दिया धरना:मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने औरंगाबाद रमेश चौक पर चंदन कुमार के शव को रखकर सड़क जाम कर दिया. सूचना पर पहुंचे सांसद सुशील कुमार सिंह, बीजेपी जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा और लोजपा के नेता भी धरना पर बैठ गए. इस मामले में एसआईटी गठित कर आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार किये जाने की मांग की.