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'उमगा पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में किया जाएगा विकसित, रोपवे का होगा निर्माण'

वन पर्यावरण एवं जलवायु मंत्री नीरज कुमार सिंह उर्फ बबलू आज औरंगाबाद पहुंचे. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में सरकार काफी प्रयास कर रही है, पूरे प्रदेश में 5 करोड़ पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, औरंगाबाद जिले में भी लाखों पौधे लगाए जाएंगे.

Minister Neeraj Kumar Singh reached Aurangabad

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Published : Mar 6, 2021, 4:38 PM IST

'उमगा पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में किया जाएगा विकसित, रोपवे का होगा निर्माण'

औरंगाबाद:बिहार सरकार के वन पर्यावरण एवं जलवायु मंत्री नीरज कुमार सिंह उर्फ बबलू आज औरंगाबाद पहुंचे. इस दौरान सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. जहां मंत्री नीरज ने कहा कि उमगा पहाड़ को इको टूरिज्मके दृष्टिकोण से विकसित किया जाएगा. पहाड़ तक चढ़ने के लिए रॉक ट्रैक बनेगा और अन्‍य सुविधाएं भी बहाल की जाएंगी. ताकि यहां राज्‍य के अतिरिक्‍त देश के कोने-कोने से पयर्टक आएं.

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'वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में सरकारकाफी प्रयास कर रही है, पूरे प्रदेश में 5 करोड़ पौधा लगाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, औरंगाबाद जिले में भी लाखों पौधे लगाए जाएंगे. मदनपुर प्रखंड के उमगा पहाड़ पर स्थित 52 श्रृंखला मंदिरों के विकास के लिए सरकार काफी कृत संकल्पित है. मंदिर तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो उसे देखते हुए रोपवे का निर्माण कराया जाएगा.'- नीरज कुमार बबलू, मंत्री, वन एवं पर्यावरण

'वहीं, मंदिर के चारों तरफ घेराबंदी भी की जाएगी. इसके अलावा पाइप लाइन के माध्यम से उमगा पर्वत पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही सीढ़ी और सेड का भी निर्माण कराया जाएगा. ताकि श्रद्धालु पहाड़ पर विश्राम कर सके.'- नीरज कुमार बबलू, मंत्री, वन एवं पर्यावरण

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बिहार सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रीने किसानों को लेकर भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि किसानों के फसल को जंगली जानवर क्षति पहुंचाते हैं. उसे देखते हुए नीलगाय को मारने के लिए विशेष शूटर की बहाली की जाएगी.

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वहीं, उन्होंने कहा कि गर्मी के दिनों में जंगली जानवर पानी की तलाश में जंगलों से गांव की ओर आ जाते हैं. जिसे ग्रामीणों द्वारा उसे मार दिया जाता है. उसे देखते हुए जंगली इलाकों में पानी की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी. ताकि वे जंगल से बाहर नहीं निकल सके. जल संचय के लिए विशेष रूप से कार्य किये जा रहे हैं. प्रदेश में जितने भी अवैध रूप से आरा मशीन, ईंट भट्ठा संचालित हो रहे हैं. अभियान चलाकर बंद कराया जाएगा.

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