औरंगाबाद: बुधवार को कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद हुए औरंगाबाद के लाल संतोष कुमार मिश्रा का अंतिम संस्कार कर दिया गया. उन्हें मुखाग्नि उनके 3 वर्षीय बेटे ने दी. 3 वर्षीय बेटे को मुखाग्नि देते देख सबकी आंखें छलक गई. मुखाग्नि से पहले संतोष मिश्र के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. जहां गया और औरंगाबाद जिलों के डीएम और एसपी के अलावे सीआरपीएफ के डीजी समेत अन्य अधिकारी और हजारों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.
सीआरपीएफ ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में आतंकवादियों की ओर से किए गए हमले में जिले के देवहरा गांव निवासी सीआरपीएफ के जवान संतोष कुमार मिश्रा सोमवार को शहीद हो गए थे. बुधवार को उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमान से गया हवाई अड्डा लाया गया. जहां से सड़क मार्ग से उन्हें पैतृक गांव लाया गया. यहां उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
देवहरा आने से पहले गया हवाई अड्डे पर सीआरपीएफ ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया. साथ ही उनके पार्थिव शरीर पर फ्लावर रिंग अर्पित कर पुष्पांजलि दी गई थी. जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से उनके गांव देवहरा लाया गया.
कई अधिकारी रहे मौजूद
शहीद संतोष कुमार मिश्रा के पार्थिव शरीर के साथ बिहार सेक्टर के सीआरपीएफ के आईजी राजकुमार, डीआईजी संजय कुमार, गया के डीएम अभिषेक सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा, सीआरपीएफ कमांडेंट डॉ निशित कुमार, कोबरा बटालियन के कमांडेंट दिलीप श्रीवास्तव, एसएसबी के कमांडेंट राजेश कुमार सिंह, सहित कई अधिकारी मौजूद रहे. उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे थे.
स्थानीय डीएम सौरभ जोरवाल और एसपी दीपक वर्णवाल समेत अन्य अधिकारियों ने फ्लॉवर रिंग चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि के बाद गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके अलावा भाजपा जिला अध्यक्ष संजय मेहता, गोह विधायक मनोज शर्मा आदि गणमान्य लोगों ने भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया.