औरंगाबाद: लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी चरम पर है. सभी पार्टियां इस चुनाव में अपना दम खम दिखाने में जुट गई हैं. 11 अप्रैल को पहले चरण के चुनाव में औरंगाबाद लोकसभा सीट पर भी मतदान होना है. यहां इस बार मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद है, क्योंकि राजपूतों की परंपरागत सीट रही औरंगाबाद में इस बार वर्तमान सांसद सुशील सिंह को महागठबंधन से हम के उम्मीदवार उपेंद्र प्रसाद वर्मा चुनौती दे रहे हैं.
बात अगर 2014 में हुए लोकसभा चुनाव की करें तो इस सीट से बीजेपी के सुशील सिंह जीते थे. उन्हें 3 लाख 7 हजार 914 वोट मिले थे और उन्होंने कांग्रेस के निखिल कुमार को हराया था. लेकिन इस बार समीकरण बदल गया है. सुशील सिंह के सामने इस बार एनडीए के विरोध में विपक्षी दलों के बने महागठबंधन से हम के प्रत्याशी उपेंद्र प्रसाद हैं.
सुशील सिंह के मुख्य प्रतिद्वंदी माने जा रहे उपेंद्र प्रसाद ने तंजकसते हुये जीत का दावा किया और कहा कि इस बार औरंगाबाद की राजनीति महलों से निकलकर झोंपड़ी में आने वाली है.वहीं, जब सांसद से पूछा गया कि वे अपना निकटतम प्रतिद्वंदी किसे मानते हैं तो उन्होंने कहा कि यहां का मुकाबला एकतरफा है और दूर-दूर तक उनके सामने कोई है ही नहीं. सुशील सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किये गये कार्यों का हवाला दिया और विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने की बात भी कही.
मिनी चित्तौड़गढ़ के रूप में औरंगाबाद चर्चित
राजपूतों की बहुलता के कारण मिनी चित्तौड़गढ़ कहा जाने वाला औरंगाबाद की सीट पर 1952 के पहले चुनाव से अबतक सिर्फ राजपूत उम्मीदवार ही विजयी हुये हैं. यहां के लोकसभा चुनावों में सत्येंद्र नारायण सिंह और लूटन बाबू का परिवार ही आमने-सामने रहा है.इस सीट पर मतदाताओं की कुल संख्या 13 लाख 76 हजार 323 है जिनमें से पुरुष मतदाता 7 लाख 38 हजार 617 हैं. जबकि महिला मतदाता 6 लाख 37 हजार 706 हैं. वहीं अगर जातीय समीकरण की बात करें तो औरंगाबाद में राजपूतों की संख्या सबसे ज्यादा है. दूसरे स्थान पर यादव वोटर हैं जिनकी संख्या 10% है. मुस्लिम वोटर 8.5 प्रतिशत, कुशवाहा 8.5 प्रतिशत और भूमिहार वोटरों की संख्या 6.8% है. एससी और महादलित वोटरों की संख्या इस लोकसभा क्षेत्र में 19% है. जो प्रत्याशी इस 19 फीसदी वोटरों को अपने पाले में लाने में सफल होता है, उसी के सिर पर यहां का ताज़ होता है.
औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या
- कुल मतदाता-13 लाख 76 हजार 323
- पुरुष मतदाता- 7 लाख 38 हजार 617
- महिला मतदाता- 6 लाख 37 हजार 706
- राजपूत वोटरों की है बहुलता
- दूसरे स्थान पर यादव वोटर
- मुस्लिम- 8.5%, कुशवाहा- 8.5%,
- भूमिहार- 6.8%, एससी और महादलित-19%