औरंगाबाद:लोजपा (LJP) में दो फाड़ होने के बाद चिराग गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद चिराग पासवान(Chirag Paswan) इन दिनों आशीर्वाद यात्रा (Ashirwad Yatra) के तहत अलग-अलग जिलों में घूम-घूम कर आम जनता का समर्थन हासिल करने में जुटे हुए हैं. चिराग पासवान 27 अगस्त से बिहार के अरवल जिले से आशीर्वाद यात्रा पार्ट-8 की शुरुआत की है. इस यात्रा के दूसरे दिन चिराग औरंगाबाद पहुंचे. जहां कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया.
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इस दौरान चिराग पासवान ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी की किसी भी महिला कार्यकर्ता को न तरजीह दी, न उनका अभिवादन स्वीकार किया और न ही उनसे बाते की. इतना तक कि पार्टी की महिला सेल की जिलाध्यक्ष नीतू सिंह को मंच पर पीछे की कुर्सी पर बैठा दिया गया. इससे यह लगता है कि बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट का नारा बुलंद करने वाले लोजपा (चिराग) के लिए लेडिज फर्स्ट नहीं है.
दरअसल, उन्हीं की पार्टी की महिला सेल की जिलाध्यक्ष नीतू सिंह चिराग के व्यवहार से खुद को अपमानित महसूस कर रही है. उन्होंने आरोप लगाता हुए कहा कि चिराग कैसे बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट की बाते कर रहे हैं. पार्टी में तो जो महिलाओं को मान-समान मिलाना चाहिए, वे तो पार्टी में मिलाता ही नहीं है. उन्होंने अपमान के आक्रोश में वे जिलाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की भी बात कर रही हैं.
गौरतलब है कि लोजपा में बगावत होने के बाद अपने पिता रामविलास पासवान की जयंती के मौके पर चिराग पासवान ने हाजीपुर से आशीर्वाद यात्रा की शुरूआत की थी. इस अभियान के माध्यम से चिराग पूरे बिहार में घूमकर लोगों से आशीर्वाद ले रहे हैं. जिसका सात चरण पूरा हो गया है. वहीं अब आज 27 अगस्त से आठवें चरण की शुरुआत कर रहे हैं.
बता दें कि चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस सहित अन्य पांच सांसदों के बागी हो जाने के बाद चिराग पासवान अलग थलग पड़े हुए हैं. हालांकि, इस बीच लोगों का उन्हें खूब समर्थन मिल रहा है. वे अपने दल को मजबूत करने और सियासी पैठ बनाने के लिए इन दिनों आशीर्वाद यात्रा पर हैं.