औरंगाबाद:किसान मजदूर रोजगार यात्रा के तहत जाप सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव औरंगाबाद जिला में पहुंचे. उन्होंने ओबरा प्रखण्ड के मझियावां गांव में सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बिहार और केंद्र सरकार को जमकर कोसा.
किसानों की स्थिति बद से बदतर होने जा रही
अपने संबोधन पप्पू यादव ने कहा कि सरकार की नीति के कारण अब जमाखोरों की चांदी कटने वाली है और किसानों की स्थिति बद से बदतर होने जा रही है. बिहार में न तो किसानों के लिए बाजार है, ना मंडी है, ना अनुमंडल स्तर पर गोदाम की व्यवस्था है. किसानों को अपने उत्पादन की कीमत खुद निर्धारित करने का अधिकार सरकार को देना चाहिए. सरकार अविलंब कृषि को उद्योग का दर्जा दे और गैर राजनीतिक दलों का एक ऐसा संगठन बनाए, जो किसानों के उत्पादित अनाजों की कीमत का आंकलन कर सके, ताकि किसानों को कर्ज में न डूबना पड़े.
पप्पू यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जनाधिकार पार्टी लोकतांत्रिक 'सरकारी स्तर पर ऐसी नीतियां बनायी जाए, जिसका लाभ सभी प्रकार के किसानों को मिले, चाहे वह पशुपालक किसान हों या सब्जी की खेती करते हों या बागवानी करते हों'-सुजीत कुमार,प्रदेश अध्यक्ष
''पैक्सों में बिचौलियों के माध्यम से धान की खरीद की जाती है, जो बिहार सरकार की विफलता को दर्शाता है. तीनों कृषि कानून किसानों के लिए अभिशाप है. यहां फसल क्षति की भरपाई किसानों को नहीं मिल कर भू-स्वामियों को मिलता है. कृषि को उद्योग का दर्जा देते हुए सरकार कृषि बीमा को मजबूत करे. किसान खर्च करते हैं. कृषि के लिए आवश्यक तमाम सामग्रियों का मूल्य कंपनियां तय करती हैं. हमारी फसल का मूल्य सरकार तय करती है. आने वाले समय में देश के पांच उद्योगपति तमाम खाद्यान्नों को अपने भंडारगृह में रखेंगे और किसानों से खरीदे गए मूल्य की अपेक्षा कई गुना दाम पर उसे बेचेंगे. इससे देश में महंगाई, भुखमरी और गरीबी बढ़ेगी''. -पप्पू यादव,जाप सुप्रीमो
मौके पर कई लोग मौजूद
सभा को जाप के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र कुशवाहा, विधायक दिनेश यादव, कमलेश तिवारी, सेवानिवृत्त शिक्षक ललन सिंह, तरार सरपंच अमित कुमार यादव उर्फ मुन्ना राहुल कुशवाहा, बिट्टू यादव, धीरज कुमार, राहुल कुमार, अनिल यादव, धीरज यादव, अजीत अजित सिंह, राजेश कुमार सिंह, दीपक अहीर आदि ने प्रमुख रूप से संबोधित किया. मौके पर समाजवादी नेता मोहन सिंह यादव, तेजपुरा पैक्स अध्यक्ष रंजन कुमार, छात्र जाप के प्रदेश महासचिव सोनू यादव और काफी संख्या में नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे.