औरंगाबाद: पिछले कई दिनों से औरंगाबाद में बारिश नहीं होने के कारण जिले के दक्षिणी भाग में धान सूखने की कगार पर पहुंच गए हैं. मंगलवार को जब बारिश हुई तो एक किसान बारिश के पानी को रोकने खेतों में गया. मेढ़ पर वह काम कर ही रहा था, तभी जोरदार गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरी. इस आकाशीय बिजली की चपेट में आकर किसान की मौके पर ही मौत हो गई. मृत किसान की पहचान देव प्रखंड के मझिगवां गांव निवासी सुरेंद्र विश्वकर्मा के रूप में की गई है.
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वज्रपात से किसान की मौत: प्राप्त जानकारी के अनुसार देव थाना क्षेत्र के मझिगवां गांव निवासी 55 वर्षीय किसान सुरेंद्र विश्वकर्मा की वज्रपात से मौत हो गई है. वे मंगलवार की दोपहर में गांव से सटे अपने खेत में बारिश का पानी रोकने गए हुए थे. वे धान की मेढ़ मजबूत करने के लिए झुके ही थे कि तेज आवाज के साथ वज्रपात हुई. इस वज्रपात में सुरेंद्र विश्वकर्मा की मौके पर ही मौत हो गई.
पोस्टमोर्टम के बाद परिजनों को सौंपा शव: वहीं, घटना की सूचना जब मृतक के परिजनों को मिली तो वे उसे आनन-फानन में सदर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया. सुरेंद्र की मौत के बाद इसकी सूचना नगर थाना पुलिस को दी गई. नगर थाना प्रभारी पंकज सैनी ने बताया कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है.
5 लाख के मुआवजे की मांग:उधर, मुखिया और जन अधिकार पार्टी के महासचिव विजेंद्र कुमार यादव ने मृतक के आश्रितों को तत्काल 5 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है. साथ ही उन्होंने सूख रही धान की फसलों तक पानी पहुंचाने की भी मांग की है. उन्होंने बताया कि फसल बचाने में किसान की जान तक चली जा रही है.