औरंगाबाद: जिले के मदनपुर प्रखण्ड में स्थित उमगा पहाड़ी इन दिनों फिर से गुलजार होने लगा है. लॉकडाउन लागू होने के बाद यहां श्रद्धालुओं का आना बंद हो गया था. बिहार के पर्यटन के नक्शे पर उमगा पहाड़ी का अपना अलग ही महत्व है. यहां पर 52 मंदिरों का समूह है और इस पहाड़ी पर सूर्य मंदिर के अलावा उमगेश्वरी माता का मंदिर है. जिन्हें सती माता का मंदिर भी कहा जाता है. इसके अलावा कई अन्य मंदिर भी हैं जो पहाड़ी के बीचो बीच स्थित है. कोरोना काल से पहले हजारों की संख्या में लोग यहां पहुंचते थे. लॉकडाउन की वजह से मंदिर को बंद कर दिया गया था.
औरंगाबाद: अनलॉक लागू होने के बाद उमगा पहाड़ी पर पहुंचने लगे श्रद्धालु, 8 जून से खुलेंगे मंदिर के कपाट - उमगेश्वरी माता
औरंगाबाद के मदनपुर प्रखण्ड में स्थित उमगा पहाड़ी पर बने मंदिर को 8 तारीख से खोलने की बात कही जा रही है. ऐसे में मंदिर खुले से पहले ही यहां श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरु हो गया है.
उमगा पहाड़ी पर पहुंच रहे श्रद्धालु
1 जून से अनलॉक लागू होने के बाद पहाड़ी पर लोगों का आना-जाना शुरू हो गया है. लोग मंदिर के अंदर नहीं जाते. लेकिन पहाड़ी और आस-पास मौजूद मनोरम दृश्यों को देखने पहुंच रहे हैं. उमगा पहाड़ी गर्मी और बरसात के दिनों में हमेशा से गुलजार रहा है. यूं तो यह मंदिर सालों भर गुलजार रहा है लेकिन गर्मी और बरसात के दिनों में लोग ज्यादा पहुंचते हैं. इस बार लॉकडाउन की वजह से 2 महीने से श्रद्धालु रुक हुए थे. लेकिन अब फिर से यहां गतिविधियां शुरू हो गई हैं. 8 जून से मन्दिर खोलने की घोषणा हुई है.
8 जून से खुलेंगे मंदिर के कपाट
स्थानीय पुजारी दिलीप पाठक बताते हैं कि उमगा पहाड़ी पर कई दर्शनीय मंदिर है. इसके अलावा आस-पास के पहाड़ों पर भी कई मंदिर हैं. लेकिन लॉकडाउन की वजह से यहां आने पर लोगों की रोक लग गई थी. फिलहाल अनलॉक 1.0 लागू होने के बाद 8 जून से मंदिर के कपाट खुलेंगे और आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन शुरू कराए जाएंगे. वैसे इक्का-दुक्का श्रद्धालु एक जून से ही पहुंचने लगे हैं. लेकिन उन्हें दूर से दर्शन करवाकर वापस भेज दिया जाता है. गर्मियों में सुबह और शाम के समय में काफी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं.