औरंगाबाद:भारतीय राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री और औरंगाबाद जिला सचिव भोला यादव ने स्थानीय एनपीजीसी मजदूरों की सुविधा के लिए ईएसआईसी कार्यालय या डिस्पेंसरी खोलने की मांग की है.जिले में बिजली की दो बड़ी कंपनियां और सीमेंट के एक प्लांट होने के अलावा दर्जनों की संख्या में अन्य कंपनियां हैं. जिसमें हजारों की संख्या में मजदूर काम करते हैं. लेकिन जिले में कहीं भी ईएसआईसी का कार्यालय या डिस्पेंसरी नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है.
औरंगाबाद: NPGC कर्मचारियों की सुविधा के लिए ESIC कार्यालय या डिस्पेंसरी खोलने की मांग
औरंगाबाद में एनटीपीसी के 2 बड़े प्रोजेक्ट और श्री सीमेंट का एक प्रोजेक्ट है. लेकिन यहां कर्मचारी राज्य बीमा निगम का डिस्पेंसरी या शाखा नहीं होने से कर्मचारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
ईएसआईसी कार्यालय खोलने की मांग
कर्मचारी को नहीं मिल रहा ईएसआईसी का लाभ
इंटक प्रदेश महामंत्री भोला यादव ने श्रम विभाग और जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि ईएसआईसी का लाभ वर्तमान में कर्मचारी उठा नहीं पा रहे हैं. इन कर्मचारियों को योजना का लाभ लेने के लिए 150 किलोमीटर गया या 100 किलोमीटर रोहतास के बंजारी जाना होता है. जबकि औरंगाबाद जिले में कोई भी केंद्र नहीं है. उन्होंने जिला प्रशासन और श्रम विभाग से मांग की है कि जिले में केंद्र खोला जाए जिससे मजदूरों को लाभ मिल सके.
केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने कम आय वाले कर्मचारियों के स्वास्थ्य लाभ के लिए बीमा योजना उपलब्ध करा रखी है . इसका नाम कर्मचारी राज्य बीमा योजना अर्थात ईएसआईसी है. इसका फायदा निजी कंपनियों फैक्ट्री और कारखानों में काम करने वाले कर्मचारियों को मिलता है. ईएसआई के तहत मुफ्त इलाज का लाभ लेने के लिए विभाग के डिस्पेंसरी हॉस्पिटल जाना होता है. इसके लिए ईएसआई कार्ड बनता है. कर्मचारी कार्ड या फिर कंपनी से लाए गए दस्तावेज के आधार पर स्कीम का फायदा ले सकते हैं. मौजूदा समय में देश भर में 151 अस्पताल है. इन अस्पतालों में सामान्य से लेकर गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा उपलब्ध है. ईएसआई उन कर्मचारियों को मिलता है जिनकी मासिक आय ₹21000 या इससे कम है. हालांकि दिव्यांग जनों के मामले में आय सीमा ₹25000 रखी गई है.