औरंगाबादःजिले में 21 दिसंबर को हुए पुलिस पर पथराव और उसके बाद अल्पसंख्यकों के बारह मुहल्लों में पुलिसिया कार्रवाई का विरोध भाकपा माले ने किया. इसी दौरान भाकपा माले के विधायक सुदामा प्रसाद ने उन मोहल्लों का दौरा किया.
भाकपा माले के विधायक ने नीतीश सरकार की पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस संप्रदाय के आधार पर भेदभाव कर रही है. उन्होंने अल्पसंख्यक मोहल्लों में घुसकर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है. सुदामा प्रसाद ने कहा कि न्यायिक जांच, उचित मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई नहीं होने पर भाकपा माले 10 जनवरी से आंदोलन करेगा.
ढाई किलोमीटर अंदर घुसकर की गई कार्रवाई
भाकपा माले विधायक सुदामा प्रसाद ने जांच के बाद बताया कि पुलिस ने अल्पसंख्यकों के 12 मोहल्लों में ढाई किलो मीटर अंदर घुस कर कार्रवाई की. जबकि हुड़दंग जामा मस्जिद के पास हुआ था. उन्होंने कहा कि पुलिस सड़क के दोनों तरफ खड़े दर्जनों वाहनों को क्षतिग्रस्त किया था. 21 दिसम्बर की घटना के बाद 3 महिलाओं, 12 नाबालिक बच्चों समेत 39 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था. कुल 84 लोगों पर एफआईआर दर्ज किया गया है.
डीएम और एसपी को हटाने की मांग
सुदामा प्रसाद ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यहां से डीएम और एसपी को तत्काल बदला जाए क्योंकि डीएम और एसपी का चरित्र सांप्रदायिक हो गया है. इन्हीं डीएम राहुल रंजन महिवाल के रहते ही पिछले साल रामनवमी में भी भयंकर दंगा हुआ था और अल्पसंख्यक समुदाय के 17 दुकानों को लूट लिया गया था.