औरंगाबाद: जिले में कोरोना महामारी का प्रकोप काफी बढ़ गया है. लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओबरा पर एक संक्रमित महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया. वहीं, उस महिला का प्रसव करवाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों ने मिसाल पेश की है. इस प्रसव में स्वास्थ्य केंद्र के प्रबंधक और प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का अहम योगदान रहा है.
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स्वास्थ्य केंद्र के प्रबंधक विकास शंकर ने बताया कि रविवार को ओबरा बाजार की एक महिला प्रसव के लिए आई. प्रसव पूर्व जब उसकी कोरोनाजांच कराई गई तो वह हाई पॉजिटिव निकली. महिला के पॉजिटिव होने पर उसके परिजन तनाव में आ गए और रोने लगे. परिजनों को लगने लगा था कि अब यहां उसका प्रसव नहीं होगा और महिला जीवित नहीं बचेगी. महिला के परिजनों को ढाढस बंधाकर, उसके प्रसव की व्यवस्था कराई गई. उसके लिए कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए एक कमरे को अच्छी तरह से सैनेटाइज कराया गया और महिला को प्रसव कक्ष में बैठाया गया. लगभग 6 घंटे के इंतजार के बाद जब उसे दर्द शुरू हुआ तो तीन एएनएम को पीपीई किट पहनाकर प्रसव करवाने के लिए भेजा गया. महिला ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया. जन्म के बाद जब बच्चे की कोविड जांच कराई गई तो रिपोर्ट नेगेटिव आई. बच्चे के कोविड नेगेटिवहोने से परिजन काफी खुश हुए. वहीं स्वास्थ्य कर्मियों ने भी राहत का सांस ली.
दिशा-निर्देश देकर भेजा गया घर
इसके बाद महिला के साथ आई उसकी भाभी की भी कोविड जांच की गई. उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर नवजात उसके हवाले कर दिया गया. साथ ही महिला को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए घर भेज दिया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओबरा में इस तरह का यह पहला मामला था जहां स्वास्थ्य कर्मियों ने सूझबूझ और साहस का परिचय देते हुए इस जटिल काम को आसान किया.