औरंगाबाद:जिले में छठ पूजा के अवसर पर लगने वाले विश्व प्रसिद्ध देव मेले पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर गृह विभाग बिहार सरकार के जारी आदेश के अनुसार जिले में छठ मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा. उसमें देव छठ मेला और दोमुहान छठ मेला भी शामिल है.
देव स्थित पातालगंगा का भ्रमण
सोमवार को औरंगाबाद सदर अनुमण्डल पदाधिकारी सह धार्मिक न्यास समिति के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा, एसडीपीओ अनूप कुमार, अभियान एएसपी नक्सल, अंचलाधिकारी आशुतोष कुमार, देव थानाध्यक्ष वंकटेश्वर ओझा के साथ देव स्थित पातालगंगा का भ्रमण किया.
स्थानीय लोगों से बातचीत
भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने भगवान का दर्शन कर समिति से जुड़े लोगों और स्थानीय लोगों से बातचीत की. एसडीओ ने देव अंचलाधिकारी आशुतोष कुमार को निर्देश दिया कि देव स्थित पातालगंगा की बहुत सारी जमीन को अतिक्रमण कर लिया गया है.
मेला के आयोजन पर रोक
एसडीओ ने बताया कि छठ पर्व के दौरान पातालगंगा तालाब में अर्घ्य अर्पित नहीं किया जाएगा और कार्तिक पूर्णिमा पर आयोजित मेला का आयोजन भी नहीं किया जाएगा. देव के पातालगंगा भ्रमण के बाद अधिकारियों के दल ने देव में भ्रमण कर मंदिर परिसर में समिति के सदस्यों और स्थानीय लोगों से छठ मेला को लेकर बैठक कर चर्चा की और उन्हें विभागीय दिशा-निर्देशों से अवगत कराया.
तालाब परिसर रहेगा बंद
एसडीओ सह न्यास समिति के अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार ने कहा कि चैती छठ मेला के तर्ज पर कोविड-19 के गाइडलाइन को देखते हुए मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा. हालांकि छठ पर्व पर न्यास समिति सूर्य कुंड तालाब परिसर की साफ-सफाई करवाएगी. लेकिन यात्रियों और श्रद्धालुओं के लिए सूर्य कुंड तालाब परिसर पूरी तरह बंद रहेगा.
देव स्थित प्राचीन सूर्य मंदिर में मुख्य पुजारी प्रतिदिन की तरह पूजा-पाठ करेंगे. जबकि आम श्रद्धालु के लिए मंदिर परिसर में प्रवेश पूरी तरह वर्जित रहेगा. स्थानीय लोग मुख्य सड़क से ही भगवान का दर्शन कर सकेंगे.