औरंगाबाद:जिले के सदर अस्पताल से धक्कामार एंबुलेंस की तस्वीर सामने आयी है. दरअसल, सड़क हादसे में घायल एक सब इंस्पेक्टर को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाना था. लेकिन एंबुलेंस के स्टार्ट नहीं होने की वजह से घायल सब इंस्पेक्टर अस्पताल नहीं पहुंच पाया और उसे सीधे पटना रेफर कर दिया गया. ऐसे में अस्पताल में पड़े खराब एंबुलेंस की पोल खुल गई.
औरंगाबाद: सदर अस्पताल के 'धक्कामार' एंबुलेंस की खुली पोल, व्यवस्था पर उठे सवाल
सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र प्रताप ने बताया कि पुरानी गाड़ी और तकनीकी खराबी के कारण होने की वजह से एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो पाई है. वहीं, इसकी जिम्मेदारी जिला स्वास्थ्य समिति की है. हालांकि उन्होंने इस मामले पर संज्ञान लेने की बात कही.
धक्का मारकर एंबुलेंस को किया गया स्टार्ट
अस्पताल से जब घायल सब इंस्पेक्टर को लेने के लिए एंबुलेंस को स्टार्ट किया गया तो वो स्टार्ट नहीं हुई. जिस पर लोगों ने उसे थक-हारकर धक्का मारने की कोशिश की. तब जाकर एंबुलेंस किसी तरह स्टार्ट हुई. लेकिन समय पर घायल के इलाज के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की वजह से उसे सीधे पटना रेफर कर दिया गया.
'होगी मामले की जांच'
मामले में जब सदर अस्पताल के प्रभारी सीएस से सवाल किया गया तो उन्होंने इसकी जांच की बात की. सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र प्रताप ने बताया कि पुरानी गाड़ी और तकनीकी खराबी के कारण होने की वजह से एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो पाई है. वहीं, इसकी जिम्मेदारी जिला स्वास्थ्य समिति की है. हालांकि उन्होंने इस मामले पर संज्ञान लेने की बात कही.