औरंगाबादः जिले में नल जल की योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने वाले पंचायत प्रतिनिधियों पर कार्रवाई तेज हो गयी है. 39 पंचायतों के मुखिया से शोकॉज के बाद प्रशासन ने अब 35 वार्ड सदस्यों को नोटिस थमाया है. आईपीसी की धारा 403 तथा 409 के तहत उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराये जाने की बात कही है.
यहां हुई गड़बड़ी
जिला प्रशासन द्वारा की कार्रवाई में गोह प्रखंड के अमारी ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 7, फाग ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 10, हथियारा ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 7, नवीनगर प्रखंड के सोनौरा ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 3, सोरी ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 4, 5 और 11 बसडीहा ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 4, 6, 8, 9, 10, 12 और 14, बैरिया ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 6, 7 और 15, ओबरा प्रखंड के अमिलौना ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 5, बभनडीहा ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 8, 9 एवं 11, बेल ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 9, भरूब ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 4, 5, 6, 8 एवं 3. चंदा ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 1, 13 एवं 14, डिहरा ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 5 एवं 7, डिहरी ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 5 एवं 7, गैनी ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 29 और हसपुरा प्रखंड के अमझर शरीफ ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या 7 के वार्ड सदस्य शामिल हैं.
7 मुखिया बर्खास्त
इस मामले में जिला पदाधिकारी सौरभ जोरवाल ने कहा है कि इस योजना में गड़बड़ी करने वाले कर्मियों तथा अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी. 7 पंचायतों के मुखिया की बर्खास्तगी की विभागीय अनुशंसा की गयी है. दरअसल जिले में मुख्यमंत्री नल-जल योजना के कार्यान्वयन को लेकर 204 ग्राम पंचायतों के लिए पिछले 4 वित्तीय वर्ष के दौरान 400 करोड़ रूपए से अधिक की राशि जारी की गई है.