औरंगाबाद: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए किए गए लॉक डाउन का सबसे ज्यादा असर पशुपालकों पर ही पड़ा है. पशुपालक इन दिनों महंगे हुए चारा और पशु आहार से काफी परेशान हैं. जबकि दूध की दर में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है. आमतौर पर 200 से 400 प्रति क्विंटल के बीच बिकने वाला पशु चारा अब 800 से 1 हजार रुपये क्विंटल के बिक रहा है. इसके अलावा पशु आहार की भी दोगुने से अधिक कीमत बढ़ गई है.
औरंगाबाद: लॉक डाउन के दौरान पशु चारा हुआ महंगा, पशु आहार के दामों में दोगुना इजाफा
पशुपालकों ने बताया कि पशुपालन बिल्कुल घाटे का सौदा बनकर रह गया है. दूध का वर्तमान दर तो उतना ही है. लेकिन चारा और आहार की कीमत कई गुना बढ़ गई है. मेहनताना तो छोड़ दीजिए जो नकद लगा रहे हैं वह भी नहीं निकल रहा है.
लॉक का सबसे ज्यादा असर पशुओं पर पड़ा
कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए एक ओर जहां जिला प्रशासन से लेकर के तमाम लोग सहयोग कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ पशुपालक इन दिनों काफी परेशानियों से जूझ रहे हैं. जिले के पशुपालकों के लिए सबसे बड़ी समस्या पशु चारे की हो गई है. पशु चारा की उपलब्धता कम होने के कारण कीमत 3 से गुना 4 गुना ज्यादा बढ़ गई है. बेमौसम बरसात होने के कारण धान का पुआल काफी मात्रा में सड़ गया है. वहीं, दूसरा कारण लॉक डाउन है. जिसकी वजह से गेहूं काटने की मशीन नहीं आने के कारण गेहूं नहीं काटा जा सका है. जिससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है.