औरंगाबादः कोरोना वायरस संक्रमण से निपटने के लिए जहां राज्य सरकार कृत संकल्पित है. वहीं, पूरे देश को लॉक डाउन किया गया है. लोगों से घरे में रहने की अपील की जा रही है. लॉक डाउन के दौरान जो लोग कानून का उल्लंघन कर रहे है. वैसे लोगों पर पुलिस प्रशासन कड़ी कार्रवाई कर रही है. अब आरोपितों को औरंगाबाद मंडल कारा में न भेज कर दाउदनगर के उप मंडल में भेजा जा रहा है. यह कदम कोरोना संक्रमण को देखते हुए लिया गया है.
कोरोना वायरस संक्रमण के कारण औरंगाबाद जेल में नहीं उपकारा में भेजे जाएंगे आरोपी
जिलाधिकारी सौरव जोरवाल ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान जो भी लोग कानून का उल्लंघन करने के आरोप में पकड़े जाते हैं उन्हें औरंगाबाद मंडल कारा में ना भेज कर उपकारा दाउदनगर भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि कैदी वार्ड को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है और उपकारा कैदियों के रखने के लिए काफी जगह है.
पूरे देश में लॉक डाउन
गौरतलब है कि सूत्रों के अनुसार औरंगाबाद मंडल कारा में 309 कैदियों के रहने की क्षमता है. लेकिन 500 से अधिक कैदी जेल में बंद है. जो लोग कानून का उल्लंघन करने मामले में पकड़े जा रहे हैं, उन्हें मंडल कारा में ना भेजकर दाउदनगर उपकारा मंडल में भेजा जा रहा है क्योंकि वहां पर 20 वार्ड खाली पड़ा हुआ है. पहले आरोपितों को मेडिकल जांच कराई जा रही है.
लोगों से घरों में रहने की अपील
औरंगाबाद जिलाधिकारी सौरव जोरवाल ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान जो भी लोग कानून का उल्लंघन करने के आरोप में पकड़े जाते हैं उन्हें औरंगाबाद मंडल कारा में ना भेज कर उपकारा दाउदनगर भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि कैदी वार्ड को आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है और उपकारा कैदियों के रखने के लिए काफी जगह है.