औरंगाबाद: बुजुर्गों को न्याय दिलाने के लिए दाउदनगर अनुमंडल माता-पिता भरण पोषण समिति की ओर से विशेष बैठक एसडीओ कार्यालय कक्ष में आयोजित की गई. जहां एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह, सदस्य अश्विनी तिवारी और भगवान सिंह ने संतान के जरिए उपेक्षित बुजुर्गों के आठ मामलों को सुना और उसका निष्पादन किया. मामले को निष्पादित करने के बाद एसडीओ की ओर से आदेश भी जारी किये गए.
औरंगाबाद: घर के बुजुर्गों को उपेक्षित किया तो होगी कार्रवाई, 8 मामलों की हुई सुनवाई - a meeting was organized by the guardian maintenance committee
औरंगाबाद के दाउदनगर एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह ने संतान के जरिए माता-पिता को उपेक्षित करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है. इस दौरान उन्होंने आठ मामलों का निपटारा भी किया.
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कौन-कौन से थे मामले
एसडीओ ने ओबरा प्रखंड के नुआंव गांव निवासी दसई सिंह के भरण पोषण के मामले पर सुनवाई करते हुये उनके सभी पुत्रों को भरण पोषण हेतु राशि तय किया. तय हुई राशि को पिता को देने का आदेश दिया गया. वहीं, ललन सिंह के मामले की सुनवाई के लिये अगली तारीख निर्धारित की गयी. इसी तरह के 6 और मामलो का भी निपटारा किया गया. वहीं, समिति की ओर से निर्देशित दिया गया कि सरपंच और मुखिया की उपस्थिति में इन सभी समस्याओं का समाधान निकाला जाए.
'माता-पिता की करें सेवा'
एसडीओ कुमारी अनुपम सिंह सुनवाई के दौरान कहा कि लोग अपने माता-पिता की सेवा करें. माता-पिता को घर से बेघर नहीं होंने दें. उन्हें परेशान न करें. यदि कोई ऐसा मामला इस कोर्ट में आता है तो सुनवाई करते हुए नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी. माता-पिता भरण पोषण समिति काफी बेहतर है. इस कोर्ट में भरण पोषण नहीं करने और घरेलू विवाद से संबंधित मामले आ रहे हैं, जिसमें दोनों पक्षों को बैठाकर समस्या का समाधान कराया जा रहा है. वहीं, उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक शनिवार को माता-पिता भरण पोषण समिति का कोर्ट किया जायेगा, जिसमें भरण-पोषण से संबंधित मामलों को सुना जायेगा.