भोजपुर :इसे आस्था कहे या अंधविश्वास. जिले के कोइलवर सोन नदी में कोरोना महामारी के बीच एक ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली, जहां दर्जनों महिलाएं कोरोना माई की पूजा आराधना करती नजर आ आई.
भोजपुर में कोरोना वायरस के नाम पर फैलाया जा रहा है अंधविश्वास
भोजपुर में कोरोना वायरस के नाम पर भी कुछ लोगों में अंधविश्वास फैलाया जा रहा है कि कोरोना माई की पूजा अर्चना करने से कोरोना जैसी महामारी से छुटकारा मिल जायेगा.
महामारी से मिल जायेगा छुटकारा
एक तरफ जहां कोरोना वायरस से पूरी दुनियां लड़ रही है. इस बीमारी की वैक्सीन ढूंढने में कई देश लगे हुए हैं. तो वही दूसरी ओर भोजपुर में कोरोना वायरस के नाम पर भी कुछ लोगों में अंधविश्वास फैलाया जा रहा है कि कोरोना माई की पूजा अर्चना करने से कोरोना जैसी महामारी से छुटकारा मिल जायेगा. दरअसल, भोजपुर के कोइलवर सोन नदी में दर्जनों महिलाएं कोरोना वायरस को भगाने के लिए कथित तौर पर कोरोना मैया की पूजा करने में लगी हुई हैं.
कोरोना की पूजा करती है महिलाएं
महिलाओं का मानना है कि कोरोना मैया को 9 लड्डू, 9 फूल, 9 लौंग चढ़ाने से कोरोना दूर चला जायेगा और इन्हें कोरोना नहीं होगा. पूजा कर रही महिला रेखा देवी ने बताया कि एक महिला खेत में घास काट रही थी तभी गाय के रूप में कोरोना मां आई और उन्होंने उस घास काटने वाली महिला से कहा कि तुम हमारी पूजा करो तभी हम यहां से जाएंगे. इसके बाद से ही महिलाओं की झुंड सुबह से सोन नदी में लड्डू, फूल, लौंग और अगरबत्ती लेकर कोरोना की पूजा अर्चना करने के लिए निकल पड़ी.