आरा:भोजपुर का जिला मुख्यालय आरा विधानसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर होने की संभावना है. इस बार आरा सीट से कुल 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. इसमें बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर पूर्व विधायक अमरेन्द्र प्रताप सिंह, महागठबंधन समर्थित भाकपा माले उम्मीदवार क्यामुद्दीन अंसारी और निर्दलीय उम्मीदवार हाकिम प्रसाद सेठ का नाम प्रमुख है.
दरअसल, आरा सीट शुरू से ही बीजेपी की गढ़ मानी जाती है. यहां से बीजेपी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे अमरेन्द्र प्रताप सिंह 15 साल तक विधायक रह चुके हैं. हालांकि 2015 विधानसभा चुनाव में वे हार गए थे. इसके बावजूद बीजेपी ने फिर से अमरेन्द्र प्रताप सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें यहां से प्रत्याशी बनाया है.
अपने बने विरोधी
2020 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पहले अपनों से लड़ाई लड़नी है, उसके बाद ही विरोधियों से दो-दो हाथ करना पड़ेगा. दरअसल, बीजेपी के कार्यकर्ता रह चुके हाकिम प्रसाद सेठ यहां से निर्दलीय नामांकन किया है. उन्हें उम्मीद थी कि इस बार बीजेपी से टिकट मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका. टिकट नहीं मिलने के कारण उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा है और बीजेपी के लिए मुसीबत के रूप में खड़े हैं.
क्यामुद्दीन अंसारी भी ठोक रहे ताल
वहीं, महागठबंधन समर्थित भाकपा माले ने एक बार फिर क्यामुद्दीन अंसारी पर भरोसा जताया है. क्यामुद्दीन अंसारी इससे पहले भी आरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें जीत हासिल नहीं हो सकी थी. हालांकि आरा को हिलाने के लिए क्यामुद्दीन अंसारी एक बार फिर ताल ठोक रहे हैं. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि 2020 महासमर में आरा को कौन हिलाता है.