भोजपुर: भारत के आठवें और बिहार के पहले आईएसओ मान्यता प्राप्त सदर अस्पताल में कुव्यवस्थाओं का भरमार लगा हुआा है. जिले में सदर अस्पताल के वार्डों में मरीजों के रहने के साथ-साथ अवारे पशु भी से घूमते नजर आते हैं. ऐसे में मरीजों और उनके परिजनों को हमेशा कुत्ते के काटने का डर सताता रहता है.
अस्पताल प्रबंधन है बेअसर
मरीजों के परिजनों ने बताया कि अस्पताल परिसर में अवारे कुत्ते बड़ी संख्या में है, जिसपर अस्पताल प्रबंधन का कोई अंकुश नहीं है. जिसके कारण अवारे कुत्ते बड़े आराम से अस्पताल परिसर के साथ वार्डों में भी घूमते हैं. वहीं अस्पताल में कुत्तों के काटने की घटनाएं भी हो चुकी है. फिर भी अस्पताल प्रबंधन इस मामले में बेअसर है.