भोजपुर: जिंदगी कब हमसे मुंह मोड़ ले कुछ पता नहीं चलता. यहां तक कि खुद मरने वाले व्यक्ति को भी नहीं पता होता कि उसके आगे मौत खड़ी है. बिहार के भोजपुर से एक ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. क्लास में टीचर बच्चों को पढ़ा रहे थे. इसी दौरान अचानक टीचर की तबीयत बिगड़ गई और बच्चों के सामने ही उनकी मौत हो गई.
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दिल का दौरान पड़ने से शिक्षक की मौत:घटना भोजपुर के जगदीशपुर थाना क्षेत्र के पलिया गांव का है. मृतक की पहचान जगदीशपुर थाना क्षेत्र के ककिला गांव निवासी कृष्ण कुमार साह के 47 साल के बेटे अनिल कुमार के रूप में हुई है. वह पेशे से सरकारी शिक्षक थे और वर्तमान में जगदीशपुर प्रखंड के पलिया गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे.
बच्चों को पढ़ाने के दौरान हुई मौत: मृतक के पिता ने बताया कि अनिल हर रोज की तरह मंगलवार को भी स्कूल बच्चों को पढ़ाने गए थे. जहां क्लास में पढ़ाने के दौरान ही उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और हृदय गति रुकने के कारण उनकी मौत हो गई. इसके बाद इसकी सूचना पाकर उनके परिजन उनके स्कूल पहुंचे. जहां से आनन फानन में शिक्षक को जगदीशपुर रेफरल हॉस्पिटल ले जाया गया. लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
"रोज की तरह अनिल स्कूल बच्चों को पढ़ाने गया था. सूचना मिली कि उसकी तबीयत खराब हो गई है. हार्ट अटैक के कारण उसकी मौत हो गई है."-कृष्ण कुमार साह, शिक्षक अनिल कुमार के पिता
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार:फिर परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पर स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार शिक्षक की मौत हृदय गति रुकने के कारण होना प्रतीत होता है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा. मृतक अनिल कुमार ने वर्ष 2004 में जगदीशपुर प्रखंड के महटाटी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर ज्वाइन किया था.
हार्ट अटैक का कारण: हृदय रोग विशेषज्ञों का मानना है कि जब दिल की मांसपेशियों को उचित मात्रा में खून नहीं मिल पाता है तो हार्ट अटैक की समस्या होती है. दिल की मांसपेशियों तक खून की सप्लाई को फिर से बहाल करने में जितना अधिक समय लगेगा, दिल की मांसपेशियों को उतना ही ज्यादा नुकसान पहुंचेगा और मरीज के लिए खतरा भी उतना ही ज्यादा बढ़ जाता है. हार्ट अटैक का प्रमुख कारण कोरोना हार्ट डिजीज ही होता है. दिल को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियों में जब प्लाक जमा हो जाता है और रक्त प्रवाह धीमा पड़ जाता है या रुक जाता है तो हार्ट अटैक आता है. धमनियों में प्लाक जमने को एथरोस्क्लेरोसिस भी कहा जाता है.