भोजपुरः 'सफलता एक दिन में नहीं मिलती, लेकिन ठान लो तो एक दिन जरूर मिलती है' इसको चरितार्थ कर दिखाया है भोजपुर के चांदी प्रखंड के रहने वाली सुरभि सिंह ने. सुरभी ने प्राइवेट नौकरी छोड़ मशरूम की खेती करनी शुरू की. इस खेती से सुरभि सिंह हजारों रुपये कमा रही है.
भोजपुर: नौकरी छोड़ सुरभि ने शुरू की मशरूम की खेती, आज हर महीने कमा रही हैं हजारों
सुरभि सिंह ने भोजपुर में चलने वाले पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (रूलर सेल्फ एंप्लॉयमेंट ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट) के अंतर्गत मशरूम की खेती करने का हुनर सीखा है और छोटे पैमाने पर ही मशरूम का उत्पादन शुरू किया है. सुरभि ने कुछ ही समय में मशरूम बेचकर अच्छा पैसा कमाना शुरू किया.
मशरूम की खेती
सुरभि सिंह ने भोजपुर में चलने वाले पंजाब नेशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (रूलर सेल्फ एंप्लॉयमेंट ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट) के अंतर्गत मशरूम की खेती करने का हुनर सीखा है और छोटे पैमाने पर ही मशरूम का उत्पादन शुरू किया है. सुरभि ने कुछ ही समय में मशरूम बेचकर अच्छा पैसा कमाना शुरू किया. सुरभि सिंह आज 1 क्विंटल मशरूम बेचकर करीब 40 से 50 हजार रुपये महीने का कमा रही हैं. वहीं, उन्होंने अपने घर के एक बड़े से कमरे में ही मशरूम की खेती कर डाली है, जहां मशरूम का उत्पादन अच्छा होता और बिक्री अच्छी होती है.
मशरूम की खेती से हो रहा अच्छा मुनाफा
सुरभि सिंह ने बताया कि घर के काम के साथ-साथ घर में ही मशरूम की खेती से उन्हें अच्छा मुनाफा होने जा रहा है. सुरभि सिंह पहले बॉटम और अब ऑस्टर मशरूम की खेती करनी शुरू कर दी है. वो बताती हैं कि वह मशरूम का बीज सिलीगुड़ी से मंगवाती हैं. जहां ऑस्टर 21 दिनों में 1 क्विंटल बनकर तैयार होता है. तो वहीं बॉटम 45 दिनों में बनकर तैयार होता है. 1 किलो बीज से उन्हें 5 किलो मशरूम प्राप्त होता है. जिससे उनका मुनाफा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. वहीं, अपनी सफलता से सुरभि काफी खुश हैं. इसके साथ ही वह गांव के अन्य महिलाओं को भी मशरूम की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.