भोजपुर: आरा सदर अस्पताल के अधीक्षक के तुगलकी फरमान के बाद जिले में चिकित्सकों के बीच काफी आक्रोश देखा जा रहा है. अधीक्षक ने संवेदनहीनता की सारी पराकाष्ठा पार कर दी है. कोरोना संक्रमित डॉक्टरों और कर्मियों को भी मंत्री जी के आवभगत के लिए उपस्थित रहने को कहा गया है. वह भी तब, जब इलाज न मिलने की वजह से हर दिन अस्पताल में मरीजों की जान जा रही है.
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अधीक्षक का तुगलकी फरमान
आरा सदर अस्पताल में केंद्रीय मंत्री सह आरा सांसद आर के सिंह का दौरा होने वाला है. इसे लेकर अस्पताल अधीक्षक प्रवीण कुमार सिन्हा ने एक पत्र जारी किया है. जिसमें लिखा गया कि केंद्रीय मंत्री के आगमन पर सदर अस्पताल के सभी चिकित्सक अस्पताल परिसर में मौजूद रहेंगे. फरमान में वैसे डॉक्टरों को भी मौजूद रहने को कहा गया है जो कोविड पॉजिटिव होने के बाद छुट्टी पर हैं.
''इस चिट्ठी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. अगर ऐसी चिट्ठी सदर अस्पताल के अधीक्षक के द्वारा निकाली गई है तो ये गलत है, ऐसा नहीं होना चाहिए.'' - सुरेश चंद्र सिन्हा, प्रभारी सिविल सर्जन
चिट्ठी पर बवाल
जैसे ही यह चिट्ठी डॉक्टरों तक पहुंची, चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया. सभी इस फरमान का विरोध करने लगे. दरअसल, अधीक्षक ने लिखा है कि 24 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री आर के सिंह का आरा सदर अस्पताल में निरीक्षण कार्यक्रम प्रस्तावित है. इस दौरान सभी चिकित्सा पदाधिकारी और कर्मचारी (कोविड पॉजिटिव सहित) आदेशित हैं कि 24 अप्रैल 2021 को ड्रेस कोड में उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे. सभी कोविड पॉजिटिव चिकित्सा पदाधिकारियों और कर्मचारियों की आरटीपीसीआर जांच होनी है. सभी लोग ससमय उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे. अनुपस्थित पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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