भोजपुर: जिले के वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी में मंगलवार को सीनेट की बैठक के दौरान छात्र नेताओं ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की. हालांकि सीनेट की बैठक ऑनलाइन आयोजित थी, लेकिन उसमें छात्र संघ के नेताओं और प्रतिनिधियों को न बुलाने को लेकर छात्र नेता नाराज थे.
शुरुआत में सीनेट की बैठक को नए परिसर मे आयोजित करने की सूचना थी. लेकिन अचानक यूनिवर्सिटी के कतीरा स्थित पुराने कैंपस के प्रशासनिक भवन में ऑनलाइन बैठक की सूचना मिलते ही छात्र नेता नाराज हो गए. छात्र नेता प्रशासनिक भवन के बाहर हंगामा और प्रदर्शन करने लगे. आईसा, जाप और छात्र राजद से जुड़े सैकड़ों छात्र नेताओं ने प्रदर्शन के दौरान यूनिवर्सिटी परिसर में रखे बेंच और कुर्सियों को भी तोड़ दिया. साथ ही प्रशासनिक भवन के गेट को खोलने की मांग करने लगे.
छात्र नेताओं ने रखी अपनी मांग
हंगामा कर रहे छात्र नेताओं ने कहा कि सीनेट की बैठक में छात्र प्रतिनिधि को नहीं बुलाया गया, ताकि छात्रों की समस्याओं की अनदेखी की जा सके. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि वीसी द्वारा यूनिवर्सिटी में कई जगहों पर अवैध नियुक्ति की गई है, उसे रद्द किया जाए. साल 2017-20 के स्नातक के 30 फीसदी छात्रों का रिजल्ट अबतक पेंडिंग है. उसे दुरुस्त किया जाए. शाहाबाद के अन्य तीन जिलों रोहतास, बक्सर और कैमूर में विश्वविद्यालय की शाखा खोली जाए जहां छात्रों की समस्याओं का निराकरण हो और उन्हें सैकड़ों किलोमीटर की दूरी न तय करनी पड़े.
छात्रों को शांत करने में जुटी पुलिस
साथ ही छात्र नेताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव की तिथि घोषित करे. ताकि छात्रों की तमाम समस्याओं का बेहतर तरीके से निपटारा किया जा सके. काफी देर तक चले हंगामे और प्रदर्शन के बावजूद विश्वविद्यालय का कोई भी प्रतिनिधि प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मिलने नही पहुंचा. इससे भी छात्र नेता काफी नाराज दिखे. फिलहाल मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है और पुलिस छात्रों को शांत कराने में जुटी है. वहीं प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में जिले के अगिआंव से भाकपा-माले के विधायक मनोज मंजिल भी विश्वविद्यालय पहुंचे और छात्र नेताओं के मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया.