भोजपुरः बिहार सरकार जहां शिक्षा को लेकर स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज की व्यवस्था कर रही है तो वहीं, भोजपुर में एक ऐसा स्कूल भी है जो मस्जिद के अंदर एक छोटे से बरामदे में कई सालों से चल रहा है. इस स्कूल में कोई बुनयादी सुविधा नहीं है. गर्मी हो या ठंड यहां के बच्चे सालों भर जमीन पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं.
एक ही कमरे में पढ़ते हैं 50 बच्चे
मामला कोइलवर प्रखंड के धन्डीहां कन्या उर्दू प्राथमिक विद्यालय का है जहां पहली से पांचवी तक के 50 बच्चे एक ही कमरे में पढ़ाई करते हैं. वहीं स्कूल में शौचालय नहीं होने के कारण बच्चे और शिक्षक दूसरों के घरों में शौच के लिए जाते हैं. यह स्कूल सर्दी, गर्मी, बरसात सभी मौसम में 1 खपरैल के खुले बरामदे में चलता है.
नमाज के टाइम घर चले जाते हैं बच्चे
विद्यालय का खुद का रसोई नहीं होने से एमडीएम का खाना भी वहीं छोटे से कमरे में बनाया जाता है. बच्चों का कहना है कि नमाज के वक्त लंच टाइम की छुट्टी दे दी जाती है नमाज पढ़ने के टाइम मस्जिद के लोग बच्चों को चुपचाप रहने को कहते हैं इसलिए हमें शिक्षक घर भेज देते हैं. 12:40 बजे बच्चे घर जाते हैं और करीब 2:00 बजे हम वापस लौटते हैं.