भोजपुर: बिहार सरकार (Bihar Government) भले ही स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर होने का दावा लागातार कर रही हो लेकिन सरकारी अस्पतालों की हालत अभी भी सवालों के घेरे में है. भोजपुर (Bhojpur) के सरकारी सदर अस्पताल (Sadar Hospital)की एक तस्वीर ऐसे हालात की कहानी बयां कर रही है. जहां ब्रेन हैमरेज से पीड़ित बुजुर्ग महिला मरीज के परिजनों को स्ट्रेचर के लिए अस्पताल में इधर-उधर भटकना पड़ा. जब स्ट्रेचर नहीं मिला तो वे मजबूरी में परिजन पॉलीथिन शीट में महिला मरीज को किसी तरह लपेट कर एक वार्ड से दूसरे वार्ड का चक्कर लगाने लगे.
ये भी पढ़ें: ग्राउंड रिपोर्ट: मुखिया से जनता मांग रही 5 साल के काम का हिसाब, बुजुर्ग ने लाठी से खोली विकास की पोल
अस्पतालकर्मियों के मनमाने रवैये की वजह से गंभीर अवस्था में अस्पताल पहुंची वृद्धा को न तो अस्पताल से एम्बुलेंस उपलब्ध हुआ और न ही स्ट्रेचर. अस्पतालकर्मियों की ओर से कहा गया कि स्ट्रेचर कहीं और व्यस्त है, इंतजार करिये. परिजनों ने बताया कि मरीज की हालत ज्यादा खराब थी, इसलिए हम लोग जैसे-तैसे उनको इलाज के लिए लाये. यहां सदर अस्पताल के मैनेजर के मुताबिक स्ट्रेचर खाली नहीं होने के कारण मरीज के परिजनों को कुछ देर इंतजार करने के लिए कहा गया था. लेकिन बिना बताये ही परिजन मरीज को किसी तरह टांग कर इलाज करवाने के लिए निकल गए.