भोजपुर (बड़हरा): बिहार राज्य पुल निगम लिमिटेड कार्य प्रमंडल आरा ने सदर एसडीओ और पीपा पुल के संवेदक रजनीश कुमार को महुली घाट परतूफान यासके खतरे को देखते हुए पुल बंद करने का आदेश निर्गत किया था. हालांकि पीपा पुल के टूटकर बहने के बाद गुरुवार शाम को पत्र पुलिस पदाधिकारी को मिला.
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गाड़ियों का परिचालन बाधित
गुरुवार शाम को आए यास तूफान और भारी बारिश की वजह से भोजपुर के बड़हरा प्रखंड स्थित महुली गंगा घाट पर बना पीपा पुल का एक हिस्सा गंगा के पानी में बह गया था. पुल के महुली घाट के तरफ का हिस्सा टूट जाने की वजह से गंगा के उस पार बड़हरा के खवासपुर का संपर्क बड़हरा प्रखंड मुख्यालय से टूट गया. वहीं पुल के टूट जाने से गाड़ियों का परिचालन भी बाधित हो गया है.
मुख्यालय से टूटा संपर्क
खबर मिलते ही मौके पर बड़हरा सीओ राम बचन राम और बीडीओ जयवर्द्धन गुप्ता महुली गंगा घाट पहुंचे और इसकी जानकारी जिला मुख्यालय को दी. पीपा पुल का जिम्मा राज्य पुल निर्माण निगम पर है. जो इसकी देखरेख करता है. फिलहाल गुरुवार रात से ही पुल का एक हिस्सा पानी में बह जाने की वजह से खवासपुर इलाके का बड़हरा मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह टूट गया है. प्रशासन ने तेज बारिश और हवाओं के कारण पीपा पुल को खोल दिया गया है. तेज हवा और बारिश से पीपापुल टेढ़ा-मेढ़ा हो गया है.
नाव का परिचालन शुरू
पुल के खवासपुर के तरफ पुलिस ने आनन-फानन में बैरिकेडिंग लगा दी है. ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो सके. पीपापुल खुल जाने के बाद प्रखंड प्रशासन ने लोगों की सुविधा के लिए नाव का परिचालन शुरू करा दिया है. प्रशासन ने नाव पर सवारी करने वाले एक व्यक्ति का किराया 30 रुपये निर्धारित कर दिया है. वहीं क्षमता के अनुसार नाव पर लोडिंग भी निर्धारित कर दिया है. पीपापुल के दोनों छोर पर पुलिस की तैनात कर दी गयी है. गंगापार खवासपुर में थानेदार नागेंद्र कुमार और महुली घाट पर सिन्हा थानेदार राम लखन प्रसाद कैंप कर रहे थे.