भोजपुर:आग बरसाने वाली प्रचंड गर्मी और लू का कहर जारी है. भीषण गर्मी ने लोगों की हालत खराब कर रखी है. चिलचिलाती धूप और तेज गर्म हवा से जहां इंसानों का जीना मुश्किल हो गया है. वहीं, जीव-जंतु भी परेशान हैं. गर्मी का प्रकोप सुबह होते ही चालू हो जाता है और शाम होने तक जारी रहता है.
भीषण गर्मी में धूप से बचने के लिए छतरी का इस्तेमाल. इस भीषण गर्मी में जहां सब कोई परेशान है. वहीं, कामकाजी लोगों को ज्यादा तकलीफ उठानी पड़ती है. वह सब काम काज के लिए घर से निकलने पर धूप से बचने के लिए छाते का सहारा लेते हैं या चेहरे को ढ़ंक कर रखते हैं. पढ़ने के लिए जाने-आने वाले छात्र- छात्राओं को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
भीषण गर्मी से जनजीवन अस्त व्यस्त घट रहा है जलस्तर
तेज धूप और बढ़ते गर्मी की वजह से लगातार जलस्तर घटता जा रहा है. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चापाकलों की स्थिति गम्भीर बन गई है. शहरों में स्थित कई चापाकल जलस्तर कम होने के कारण सूख गए हैं या कम मात्रा में पानी दे रहे हैं. शाम के बाद गर्म हवा चलनी थोड़ी कम जरूर होती है मगर उमस और तपिश देर शाम तक बनी रहती है. गर्मी कम होने के लिए लोगों को मॉनसून का इंतजार है. हालांकि रोहिणी नक्षत्र शुरू होने से जिले के किसान और आमजन को बारिश के होने के आसार लग रहे हैं.
सब्जी व्यवसायियों में भीषण गर्मी के कारण मायूसी मंडी में मंदी का दौर जारी
तेज गर्मी और तीखी धूप की वजह से फल और सब्जी मंडियों में मंदी का दौर चल रहा है. फल विक्रेता चंदन कुमार ने बताया कि इस मौसम के कारण फलों की कीमत दोगुणी हो गयी है. इस कारण से फलों की विक्री में कमी आई है. वहीं, दूसरी ओर सब्जी विक्रेता जानकी देवी ने कहा कि तेज गर्मी और उमस की वजह से सब्जी सूख जाते हैं. इस वजह से उन्हें भी अच्छी खासी नुकसान उठानी पड़ती है.गर्मी के कारण आमजन घर से निकलने में परहेज कर रहे हैं. वहीं, सब्जी और फल विक्रेता अपने बिक्री में कमी होने से काफी निराश हैं. स्थानीय ग्रीहणियों का कहना है कि घर के आवश्यक काम के लिए बाहर निकलना पड़ता है. इस कारण से काफी परेशानी होती है.
भीषण गर्मी में मुंग ढंककर चलते लोग.