भोजपुर: जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर भोजपुर के प्रवेश द्वार पर स्थित कोइलवर प्रखंड कार्यालय अवस्थित है. यहां कभी कोइलवर प्रखंड परिसर में काम करने वाले कर्मियों के रहने के लिए आवास हुआ करता था. वर्तमान समय में सभी भवन खंडहर में तब्दील हो गए हैं. जिस कारण कर्मी रोजाना आरा और पटना से यहां आकर ड्यूटी करने को मजबूर हैं.
बता दें कि प्रखंड कार्यालय का भवन काफी पुराना है. धीरे-धीरे भवन जर्जर हो गया और उसके बाद अब खंडहर में तब्दील हो गया. मरम्मत के अभाव में परिसर में स्थित अनेक सरकारी आवास अब खंडहर में तब्दील चुके हैं. जिन आवासों में कभी परिवार रहा करते थे, वहां अब बड़ी बड़ी झाड़ियां हो गई है. साथ ही विषैले जीव जंतुओं का यह बसेरा बन गया है. वहीं कुछ असमाजिक तत्वों के लिए यह शराब सेवन का अड्डा बन गया है.
भोजपुर: खंडहर में तब्दील हुए प्रखंड कर्मियों के आवास, भवन के आभाव में कर्मी झेल रहे परेशानी - खंडहर में तब्दील
जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूर कोइलवर प्रखंड परिसर में कर्मियों के रहने के लिए बने भवन खंडहर में तब्दील हो चुके हैं.
देखरेख के आभाव में खंडहर में तब्दील हुए भवन
बड़हरा और संदेश विधानसभा का यह प्रखंड कार्यालय एक अक्टूबर 1956 से है. यहां 1970-80 के दशक में पदाधिकारी और कर्मियों के रहने के लिए एक दर्जन से ज्यादा आवासीय भवन थे. लेकिन समय के साथ समुचित देखरेख के अभाव में आवासीय भवन पुराना होता गया. इसके बाद प्रखंड परिसर में बने भवन अब खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. अधिकारी से लेकर कर्मी तक राजधानी या जिला मुख्यालय से आकर ड्यूटी करते हैं.
जल्द बनेंगे नए भवन
वही इस संबंध में स्थानीय बीडीओ वीर बहादुर पाठक ने बताया कि पूर्व में प्रखंड कार्यालय के नए भवन निर्माण के लिए लगभग 9 करोड़ की लागत से तीन मंजिला भवन का प्रस्ताव भेजा गया है. जिसमें अधिकारियों के लिए आवास की सुविधा भी होगी. वर्तमान समय में प्रखंड कार्यालय के पुराने भवन की मरम्मत और रंगरोगन किया जा रहा है. उम्मीद है कर्मियों के रहने के लिए जल्द ही नए भवन बन जाएंगे.