भोजपुर:एक तरफ पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है. वहीं, चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम दिन-रात स्वास्थ्य सेवा में जुटी हुई है, तो वहीं दूसरी तरफ एक ऐसा भी अस्पताल है जो महीनों में कभी-कभार ही खुलता है. यहां पदस्थापित डॉक्टरों के भी यही हाल हैं, जो कभी-कभी ही अस्पताल आते हैं. और अस्पताल में 2-3 घंटे बाद वापस लौट जाते हैं. फिर अगले सप्ताह ही शायद ही ताला खुले.
कोरोना महामारी के दौरान बंद है भोजपुर का ये अस्पताल, कभी-कभार किया जाता है इलाज
अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में दर्जन भर से अधिक कर्मियों की तैनाती है. बावजूद इसके, यह अस्पताल अक्सर बंद ही रहता है. हम बात कर रहे हैं, कोईलवर प्रखंड के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र श्रीपालपुर की जो यदा-कदा ही खुला दिख जा जाता है. स्थानीय लोगों के अनुसार अस्पताल अक्सर बंद ही रहता है.
गौरतलब है कि इस अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में दर्जन भर से अधिक कर्मियों की तैनाती है. बावजूद इसके, यह अस्पताल अक्सर बंद ही रहता है. हम बात कर रहे हैं, कोईलवर प्रखंड के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र श्रीपालपुर की जो यदा-कदा ही खुला दिख जा जाता है. स्थानीय लोगों के अनुसार अस्पताल अक्सर बंद ही रहता है. सप्ताह में कुछ घंटे के लिए एक दिन डॉक्टर साहब हाजिरी लगा जाते हैं.
'कर्मचारियों को बुला लिया गया कोइलवर स्वास्थ्य केंद्र'
साथ ही स्थानीय लोगों ने बताया कि अस्पताल में दवाई भी नहीं मिलती है. कोरोना जैसी महामारी के बीच जहां लोगों को अस्पताल की जरूरत है, तो वहीं अस्पताल के बंद होने के कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मामले में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. नवीन कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोइलवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बुला लिया गया है.