भोजपुर:स्वतंत्रता सेनानियों में भोजपुर के सपूतों का नाम गर्व से लिया जाता है. देश को आजाद कराने में प्राण न्यौछावर करने वाले अगिआंव प्रखण्ड के लसाढ़ी गांव में देशभक्तों की याद में राजकीय सम्मान समारोह का आयाेजन किया गया. यह आयोजन अंग्रेजी सेना से 15 सितंबर 1942 में शहीद हुए 12 सैनिकों की याद में हर साल किया जाता है.
भोजपुर: शहीदों की याद में राजकीय सम्मान समारोह का आयाेजन, दी गई श्रद्धांजलि
भोजपुर के अगिआंव प्रखण्ड के लसाढ़ी गांव में 15 सितंबर 1942 में शहीद हुए बारह सैनिकों की याद में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें शहीदों के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई.
सेनानियों को किया गया याद
समारोह के मुख्य अतिथि भोजपुर जिलाधिकारी और एसपी रहे. कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी और वरीय अधिकारियों ने लसाढ़ी स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर की. जिलाधिकारी ने कहा कि देश की आजादी में भोजपुर की धरती से शहादत देने वाले अनेक देशभक्त हैं. उन्होंने कहा कि भोजपुर की धरती को नमन करता हूं, जिसने एक से बढ़कर एक योद्धा को देश की सेवा के लिए तैयार किया है. बाबू वीर कुंवर सिंह की यह पावन धरती महान वीर सपूतों और स्वाधीनता सेनानियों की भूमि रही है.
स्वतंत्रता सेनानियों का जिक्र
बता दें कि स्थानीय लोगों की ओर से लगातार यह मांग उठती रही है कि बिहार के पाठ्यक्रम में भारत छोड़ो आंदोलन में शहीद हुए यहां के स्वतंत्रता सेनानियों का जिक्र किया जाए. जिससे कि बच्चे आजादी को लेकर लड़ी गई लड़ाई में यहां के शूरवीरों का योगदान जान सके और उसे पढ़कर प्रेरणा ले सकें. इस मौके पर विधायक प्रभुनाथ, पूर्व विधायक विजेंद्र यादव, एमएलसी राधाचरण सेठ, लाल दास राय, जिला परिषद अध्यक्ष आरती देवी, उपाध्यक्ष फूलवंती देवी मौजूद रही.