भोजपुर:गंगा नदी (Ganga River) के बढ़ते जलस्तर (Rising Water Level) की वजह से भोजपुर में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. हालात यह है कि गंगा खतरे के निशान 53.08 से 1.40 मीटर ऊपर 54.48 मीटर पर बह रही है. जिससे जिले के बड़हरा, शाहपुर, बिहियां और आरा सदर प्रखंड के भी 3 दर्जन से अधिक गांवों में पानी पहुंच चुका है. आरा शहर के नजदीक बड़की सनदिया गांव के पास मुख्य सड़क (Main Road) पर बाढ़ का पानी (Flood Water) आने से खतरा बहुत ज्यादा ही बढ़ गया है.
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सनदिया गांव के निकट लोहा पुल के पास बाढ़ का पानी चढ़ गया है. पुल पिछले तीन साल से ध्वस्त है और लोग कामचलाऊ रास्ते से आवागमन करते हैं. पुल के पास किसी तरह की सुरक्षा और रेलिंग नहीं होने की वजह से कभी भी यहां कोई बड़ा हादसा हो सकता है. बाढ़ के पानी की वजह से सड़क और नदी का जलस्तर बिल्कुल बराबर हो चुका है. इसकी वजह से समझ भी नहीं आ रहा है कि सड़क कहां खत्म हो रही है और नदी कहां से शुरू हो रही है. मुख्य सड़क पर लाखों की आबादी निर्भर करती है. जिसकी वजह से दिन-रात सड़क पर गाड़ियों का आवागमन रहता है. इसके बावजूद जिला प्रसाशन की तरफ से सुरक्षा के दृष्टिकोण से अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है.
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आरा अंचलाधिकारी प्रवीण पांडेय बाढ़ का जायजा लेने मौके पर पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि जल्द ही यहां एक ट्रैक्टर की व्यवस्था की जा रही है. जिससे राहगीर बाढ़ के पानी से इस पार से उस पार जा सकें. रास्ते को घेरने के लिए रेलिंग की व्यवस्था भी आज ही हो रही है.
बाढ़ का पानी पूरी रफ्तार से आरा शहर की ओर बढ़ रहा है. आरा सदर प्रखंड के पश्चिमी हिस्से बाढ़ के पानी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. यहां के रामापुर सनदिया पंचायत के बड़की सनदिया, बभनौली, रामापुर, रामदेव छपरा, बखरिया, बलुआ, महुली, बेलघाट, खुशीहालपुर, पैठानपुर, कौशिक दुलारपुर, रतन दुलारपुर, गंगहर और छोटकी सनदिया समेत 40 से ज्यादा गांव बाढ़ की चापेट में आ चुके हैं.
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