भोजपुर: बिहार के आरा सदर अस्पताल (Ara Sadar Hospital) में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. जब पानी में डूबे एक युवक (Young Man Drowned In Water) को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर (Doctor) ने युवक की जांच कर मृत घोषित कर दिया. लेकिन जब युवक को पोस्टमार्टम कराने के लिए परिजन पोस्टमार्टम रूम (Post Mortem Room) में ले गए तो मृतक के परिवार वालों को ऐसा आभास हुआ कि युवक जिंदा है. जिसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा.
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परिजन आनन-फानन में शव को पोस्टमार्टम रूम से निकाल इमरजेंसी वार्ड में लेकर पहुंचे और वहां मौजूद डॉक्टरों के खिलाफ जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया. कोई समझा पाता इसके पहले ही मृतक के परिजन इमरजेंसी के ओटी रूम के अंदर घुसकर कुर्सी वगैरह तोड़फोड़ करने लगे. बाद में अस्पताल के गार्ड और वहां के स्थानीय लोगों ने गुस्साए मृतक के परिजनों को समझा बुझाकर फिर से डॉक्टर से जांच करवाया.
डॉक्टर ने युवक की जांच कर फिर मृत घोषित कर दिया. युवक की डूबने की घटना शहर के टाउन थाना क्षेत्र के गौसगंज स्थित गांगी नदी की है. दरअसल, मृतक टाउन थाना क्षेत्र के उजियार टोला मुहल्ला के वार्ड नंबर 4 निवासी स्व.महंगु प्रसाद का 25 वर्षीय पुत्र छोटन प्रसाद है. वह पेशे से मजदूर था. मृतक के परिजनों ने बताया कि वह सुबह शौच करने के लिये गांगी नदी के किनारे बधार में गया था. तभी शौच करने के बाद उसका अचानक पैर फिसल गया और वह गांगी नदी में डूब गया.
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इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उसे डूबता देख नदी में छलांग लगा युवक को पानी से बाहर निकाला और उसे तुरंत इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले आए. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना टाउन थाना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए पोस्टमार्टम रूम में ले गई. लेकिन शव जैसे ही पोस्टमार्टम रूम में पहुंचा तभी परिजनों ने शव को जिंदा बताकर हल्ला मचाना शुरू कर दिया.