भोजपुर: जिले के कोईलवर सोन नदी में बालू माफिया सरकार को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं. प्रतिदिन सैकड़ों नाव कोईलवर सोन नदी से छपरा, डोरीगंज से अवैध रूप से बालू का उत्खनन करते हैं. इसके बावजूद जिला प्रशासन इसे रोकने में नाकाम साबित हो रही है. वहीं, जिला सहायक खनन अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं.
भोजपुर: अवैध बालू खनन को रोकने में जिला प्रशासन नाकाम, सरकार का लग रहा करोड़ों का चूना - अवैध बालू खनन को रोकने में जिला प्रशासन नाकाम
भोजपुर में बालू का उत्खनन लगातार होता आ रहा है. लेकिन जिला प्रशासन कोई सुध तक नहीं ले रही है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि बालू माफियाओं के साथ अधिकारी और पुलिस भी मिली हुई है.
बता दें कि कोईलवर सोन नदी से निकलने वाले बालू सोन, गंगा, सरयू और गंडक के रास्ते पूर्वांचल उत्तर बिहार, नेपाल के तराई इलाके तक जाता है. वहीं, 500 से 1000 नाव प्रतिदिन सोन नदी में उत्खनन करते हैं. रोजाना लगभग 5000 ट्रक सोन नदी से बालू लेकर अलग-अलग प्रांतों में जाता है.
अधिकारी और पुलिस की है मिलीभगत
स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस तरह से सोन नदी में बालू का उत्खनन होता आ रहा है. इसमें कहीं न कहीं जिला खनन अधिकारी के साथ-साथ स्थानीय पुलिस की मिलीभगत है. साथ ही बताया कि संबंधित अधिकारी कभी कभार छापेमारी कर अपनी पीठ थपथपाती रहती है. इस संबंध में जिला सहायक खनन अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने मीडिया के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. ऑफ कैमरा उन्होंने कहा कि समय समय पर छापेमारी की जाती है.