भोजपुर: जिले के गड़हनी थाना क्षेत्र से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया. 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला के देहांत के बाद 48 घंटे तक शव नहीं दफनहो पाया. गड़हनी थाना क्षेत्र के बड़ौरा गांव में राशिद मियां की 75 वर्षीय पत्नी जैनब खातून की मौत हो गई थी. परिजनों का कहना है कि मृतक महिला की अंतिम इच्छा थी कि उसके शव को दफन उनके पैतृक जमीन में ही किया जाय. विवाद यहीं से शुरू हुआ.
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जमीन विवाद के चलते शव दफन करने में हुई देरी
मृतक के पति राशिद मियां ने घर के पास खाली जमीन में शव दफन और मिट्टी मंजिल की तैयारी शुरू की, जिसके बाद विरोध के स्वर उठने लगे. पति राशिद के 5 भाई हैं. सभी भाइयों ने पहले तो घर के पास शव दफन करने से ऐतराज जताया उसके बाद जमीन बंटवारा की बात सामने आई.
भाइयों ने शव दफन को यह कहते हुए रोक दिया कि इस जमीन में राशिद मियां का कोई हक नहीं. क्योंकि उन्होंने अपने हिस्से की जमीन बेच दी है. इसके बाद शव को घर में ही बर्फ के सहारे रखकर राशिद ने थाना और सीओ कार्यालय का चक्कर लगाना शुरू किया.
पैतृक जमीन पर दफन किया गया शव
पहले तो गड़हनी थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु डीएसपी जितेश पांडेय ने कहा कि गांव के कब्रगाह में शव को दफन किया जाए. मृतका का पति थानेदार की बात न मानकर सीओ उदय कांत चौधरी के पास पहुंचा. सीओ ने कहा कि आपकी जमीन है, जाकर कुछ भी कीजिए, लेकिन मृतका के पति के भाइयों ने पैतृक जमीन पर शव को दफन नहीं करने की जिद पर अड़े हुए थे. बाद में गड़हनी सीओ और गड़हनी थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और जमीन विवाद सुलझाया, जिसके बाद शव को दफनाया गया.