भोजपुर :'मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दें', कुछ ऐसा ही कर दिखाया है भोजपुर के दो होनहार युवाओं ने. जिनकी स्टूडेंट कटैगरी में अपनी शॉर्ट फिल्म को इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल के मंच पर जगह मिली है. इससे जिले का गौरव बढ़ गया है.
भोजपुर के युवाओं ने मचाया धमाल, 9 मिनट की फिल्म को मिला इंटरनेशनल मंच - International Science Film Festival
फिल्म को देश के पहले सौर ऊर्जा से संचालित जहानाबाद के एक गांव धनराई सहित बिहार के अन्य हिस्सों में फिल्माया गया है. फिल्म को सौर ऊर्जा के महत्व को लेकर फिल्माया गया है. पढ़ें पूरी खबर...
इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल में अपनी शॉर्ट फिल्म को पहले पायदान पर लाकर आरा के राहुल और नीलाम्बर ने धमाल मचा दिया है. इस बार स्टूडेंट कैटेगरी में दो फिल्मों को स्थान दिया गया है, जिसमें से एक फिल्म को आरा के दो युवाओं ने मिलकर बनाया है. 22 दिसम्बर को भोजपुर के इन दो युवाओं की 9 मिनट 12 सेकेंड की बनी फिल्म 'कैचिंग द सन' का चयन इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल में प्रस्तुत किया गया था.
- जिले के कोईलवर प्रखंड के किशुनपुरा निवासी संजय पाठक के पुत्र नीलाम्बर पाठक और बड़हरा के बिशुनपुर के राहुल कुमार की फिल्म इंटरनेशन साइंस फिल्म फेस्टिवल में नामांकित हुई थी.
- सौर ऊर्जा के संरक्षण पर बनी लघु फिल्म 'कैचिंग द सन' में आज बिजली के सीमित होने व असीमित प्रयोग के कारण आने वाले दिनों के मुश्किलों पर प्रकाश डाला गया है.
- साथ ही इसके निदान के लिए सौर ऊर्जा को विकल्प के तौर पर दिखाने और सौर ऊर्जा से कृषि में होने वाले बदलाव, पर्यावरण के विकास और सौर ऊर्जा से रोजगार सृजन जैसे अन्य कई मुद्दों को बल दिया गया है.
इस फिल्म को देश के पहले सौर ऊर्जा से संचालित जहानाबाद के एक गांव धनराई सहित बिहार के अन्य हिस्सों में फिल्माया गया है. 6 वां अंतरराष्ट्रीय साइंस फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन 22 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, जबकि समापन समारोह उपराष्ट्रपति एम वैंकैया नायडू की उपस्थिति में हुआ.