भोजपुर:सुशासन की सरकार बिहार में महिलाओं की सुरक्षा और उनकी बेहतर स्वास्थ्य के प्रति लगातार दावा करती है. लेकिन दावों की पोल तब खुल जाती है जब जिले के उपस्वास्थ्य केंद्र बदहाल हो. ताजा मामला भोजपुर के उपस्वास्थ्य केंद्र से सामने आया है. जहां महिलाओं को बांटने के लिए लाया गया सैनिटरी नैपकिन रखे-रखे एक्सपायर हो गया है.
दरअसल, ग्रामीण परिवेश में रहने वाली जरूरतमंद महिलाओं को स्वास्थ्य विभाग की ओर से सैनिटरी नैपकिन नहीं मुहैया कराया जाना है. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. नतीजतन भारी मात्रा में रखे नैपकिन एक्सपायर हो गए है. इससे महिलाओं के मन में सरकार और सिस्टम के प्रति काफी नाराजगी देखने को मिल रही है.
अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही
मामला अगियांव प्रखंड के पवना उप स्वास्थ्य केंद्र का है. स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो इस स्वास्थ्य केंद्र का बने कई दशक हो गए. लेकिन उप स्वास्थ्य केंद्र से ग्रामीणों को आज तक सही उपचार की सुविधा नहीं मिली है. सरकार ने आमजनों की स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए प्रखंड के सभी पंचायतों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने की पहल की थी. लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण उप स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति दशकों से बदहाल बनी हुई है.
महिलाएं उठा रही सवाल
गांव की महिला अति सुंदर देवी ने सिस्टम पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सरकार की ओर से महिलाओं को मिलने वाले सैनिटरी नैपकिन स्वास्थ्य केंद्र में आया तो जरूर परंतु ग्रामीण महिलाओं को इसका लाभ नहीं मिला. जिस कारण सैनिटरी नैपकिन बंद कमरे में रखे रखे ही बर्बाद हो गया. इस उप स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज तो दूर की बात है मामूली सर्दी-जुखाम, बुखार की दवाइयां तक उपलब्ध नहीं है. इस संबंध में सिविल सर्जन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए सैनिटरी नैपकिन कब और कितनी आया है, इसकी जानकारी नहीं है जांच की जाएगी.