बिहार मिलेट्स प्रदर्शनी उद्योग मंत्री ने किया उद्घाटन आरा:बिहार के आरामें बिहार मिलेट्स प्रदर्शनी का उद्घाटन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग (Industries Minister Pashupati Kumar Paras) मंत्री पशुपति कुमार पारस ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. रमना मैदान स्थित वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में 28 फरवरी से 1 मार्च तक प्रदर्शनी चलेगी. उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया.
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बिहार में पहली बार मिलेट्स प्रदर्शनी : खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा बिहार में पहली बार मिलेट्स प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में जिले के किसान और सूक्ष्म और लघु उद्योग से जुड़े लोगों द्वारा कई तरह के खाने-पीने के साथ फूड प्रोसेसिंग स्टाल लगाए गए हैं. जिनका केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बारी बारी से अवलोकन किया. बिहार में पहली बार मिलेट्स प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है.
बिहार में बड़े पैमाने पर होती रही है मोटे अनाज की खेती:किसान और आम लोगों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया. दिल्ली के प्रगति मैदान में नवंबर माह में मेगा फूड प्रोसेसिंग शिविर में विश्व के अधिकांश देशों की सहमति और उनके प्रतिनिधित्व कर्ता भी इस शिविर में शामिल होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि साठ के दशक से पहले मोटा अनाज की खेती बिहार में बड़े पैमाने पर होती थी. जिसे हम आज मिलेट्स भी कह रहे हैं.
"रमना मैदान स्थित वीर कुंवर सिंह स्टेडियम में बिहार मिलेट्स प्रदर्शनी लगाई गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया. दिल्ली के प्रगति मैदान में नवंबर माह में फूड प्रोसेसिंग उद्योग मंत्रालय के द्वारा मेगा फूड प्रोसेसिंग शिविर 2023 का आयोजन किया जाएगा."-पशुपति कुमार पारस, उद्योग मंत्री मंत्री
मोटे अनाज की खेती के लिए पीएम कर रहे किसानों को प्रेरित:उन्होंने कहा कि यह अनाज स्वास्थ्य और शरीर के लिए बेहद पौष्टिक आहार था. इससे किसानों की अच्छी कमाई भी होती थी, लेकिन धीरे-धीरे इस अनाज का उत्पादन समाप्त हो गया. लेकिन प्रधानमंत्री के पहल पर फिर से इस मोटे अनाज की खेती के लिए किसानों को प्रेरित किया जा रहा है. उन्हें इस खेती से अच्छी कमाई की भी जानकारी दी जा रही है.