भोजपुर: बिहिया थाना क्षेत्र के इंग्लिशपुर गांव निवासी इंडियन आर्मी जवान ज्ञान प्रकाश सिंह की मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम पसर गया. श्रीनगर में आर्मी ग्रिप के 53वीं बटालियन में तैनात ज्ञान प्रकाश की मौत का कारण अभी तक नहीं पता चल सका है. वहीं, परिजनों की मानें तो आर्मी अधिकारियों ने उन्हें ज्ञान प्रकाश की मौत की खबर दी.
फौजी ज्ञान प्रकाश के भाई सुदामा सिंह के मुताबिक मंगलवार की सुबह अधिकारियों ने फोन कर सूचना देते हुए बताया कि फौजी ज्ञान प्रकाश की मौत हो गई है. इसके बाद से घर में मातमी चित्कार गूंज उठी. पत्नी गोल्डी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं, गांवभर के लोग फौजी के घर में सांत्वना देने के लिए आ रहे हैं.
जानकारी देते भौजी के भाई सुदामा सिंह अधिकारियों ने बताया कि ज्ञान प्रकाश रात को खाना खाकर सोए थे. लेकिन सुबह उन्हें मृत पाया गया.- सुदामा सिंह, भाई
तीन वर्ष पहले हुई थी फौजी की शादी
दो भाईयों और चार बहनों में सबसे छोटे लगभग 27 वर्षीय ज्ञान प्रकाश की शादी वर्ष 2017 में रोहतास जिला के काराकाट थाना अंतर्गत जयश्री गांव निवासी राजकिशोर सिंह की पुत्री गोल्डी कुमारी के साथ हुई थी. फौजी का महज 11 माह का एकमात्र बेटा ऋषभ है, जिसके सिर से पिता का साया उठ गया है. मृतक फौजी के पिता रिटायर्ड रेलकर्मी शिवजी सिंह और मां का पहले ही देहांत हो चुका है. घर पर उसके बड़े भाई ही परिवार की देखभाल करते हैं.
18 दिन पहले हुई श्रीनगर में पोस्टिंग
- ज्ञान प्रकाश सिंह की 2012 में आर्मी ग्रिप में बहाली हुई.
- उनकी पहली पोस्टिंग असम के सिलचर में हुई थी.
- वहां से इस वर्ष एक जनवरी को घर आए थे.
- एक महीना घर पर रहने के बाद ज्ञान प्रकाश की पोस्टिंग श्रीनगर के मोहरा जगह पर हुई.
- उन्होंने 1 फरवरी को श्रीनगर में तैनाती ली.
अपने पति के घर से जाने के महज 18 दिन बाद ही मौत की खबर मिलने से पत्नी गोल्डी देवी का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. मृतक फौजी के बड़े भाई ने बताया कि उनके भाई का शव बुधवार की शाम में पटना पहुंचेगा. जहां से उसे गांव पर लाया जाएगा, तभी मृत्यु का कारण स्पष्ट हो पाएगा.