भोजपुर:रोजगार की समस्या को लेकर जिले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया. इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी कैंपस में लाइट, मोबाइल का फ्लैश और मोमबत्ती जलाकर रोजगार ढूंढने का नाटक किया. वहीं, सरकार पर रोजगार नहीं देने का आरोप लगाया.
इस मौके पर मौजूद राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य छोटू सिंह ने कहा कि बिहार में रोजगार का प्रतिशत देखा जाए तो सभी राज्यों के मुकाबले हम निचले पायदान पर खड़े हैं. हमारी राज्य सरकार अपने मुंह मियां मिट्ठू बनने के लिए बड़े-बड़े मंचों से केवल यह ऐलान करती है कि समय-समय पर रोजगार का अवसर प्रदान करेंगे, जो केवल कागजों पर ही दिखता है.
'रोजगार नहीं देने पर किया जाएगा उग्र आंदोलन'
वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के अध्यक्ष सह प्रदेश मंत्री अमित कुमार सिंह ने कहा कि युवाओं के ऊपर डिग्रियां लादकर सरकार पढ़े-लिखे बेरोजगारों की फौज खड़ी करती जा रही है. यह एबीवीपी कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. सरकार अगर चाहती कि युवा रोजगार करे तो सही मायने में रोजगार के अवसर भी प्रदान करने होंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार अगर युवाओं को रोजगार प्रदान नहीं की तो एबीवीपी पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन करेगी.
बेरोजगारी के मुद्दे पर एबीवीपी का विरोध प्रदर्शन 'युवओं को रोजगार देना सरकार की जिम्मेदारी'
इस नुक्कड़ नाटक के दौरान अन्य वक्ताओं ने कहा कि युवाओं का रोजगार अधिकार है. क्योंकि हम सरकार को इसलिए चुनते हैं कि सरकार हमारे लिए, हमारे राज्य की जनता के लिए सोचें. इसीलिए राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि अभी के समय में बिहार में जितने युवा बेरोजगार हैं, उन्हें रोजगार दे.
रोजगार के अवसर प्रदान करने की अपील
इसके अलावे कर्यकर्ताओं ने विरोध जताते हुए कहा कि स्टेट का एग्जाम लेकर कैंसिल करने से सरकार की गलत मंशा का पता चलता है. जब रोजगार के सही अवसर सरकार को प्रदान करने थे तो सामने रोजगार देकर छात्रों के परिणाम आने से पीछे क्यों हटती है. ऐसी सरकार जब तक बिहार में रहेगी बिहार में शिक्षा व्यवस्था, रोजगार व्यवस्था और आर्थिक व्यवस्था चरमराई रहेगी. इसलिए सरकार को युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान करने होगें.